भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के अभिकल्पक पिंगली वेंकैया की 141जयंती पर दी गई श्रद्धाजंलि
पिंगली वैंकैया भारत के राष्ट्रीय ध्वज के अभिकल्पक हैं। वे भारत के सच्चे देशभक्त और कृषि वैज्ञानिक भी थे।
![]() प्रतिकात्मक फोटो |
उत्तर प्रदेश में जौनपुर जिले में राष्ट्रीय ध्वज के अभिकल्पक और महान स्वतंत्रता सेनानी पिंगली वेंकैया का 141 वाँ जन्मदिन मनाया गया।
जिले के सरांवा गाव में स्थित शहीद लाल बहादुर गुप्त स्मारक पर शुक्रवार को हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी एवं लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक मोमबत्ती जलायी और दो मिनट का मौन रख कर उन्हें अपनी श्रद्धाजंलि दी।
लक्ष्मीबाई ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के अभिकल्पक एवं महान स्वतंत्रता सेनानी पिंगली वेंकैया का जन्म दो अगस्त 1878 को वर्तमान आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम में हुआ था। वेंकैया स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान गाँधीजी के संपर्क मे आये और 1921 में उन्होंने भारत के लिए एक ऐसा ध्वज तैयार किया, जो सभी देशवासियों को एक साथ जोड़ सके।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने ट्वीट कर लिखा- देश की संपूर्ण विविधता को मात्र एक पताका में पिरोने वाले भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के अभिकल्पक पिंगली वेंकैया जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन.
देश की सम्पूर्ण विविधता को मात्र एक पताका में पिरोने वाले, भारतीय राष्ट्रीय ध्वज 'तिरंगा' के अभिकल्पक पिंगली वेंकैया जी की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन।
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) August 2, 2019
।।वन्दे मातरम्।। pic.twitter.com/9DuKWeqNEN
वेंकैया ने इसके लिए 1916 से 1921 तक दुनिया के तमाम झंडो का अध्ययन किया था। 1931 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने इस ध्वज में सफेद रंग की पट्टी और धर्म चक्र (अशोक चक्र) जोड़ा और 22 जुलाई 1947 को इसे राष्ट्रीय ध्वज के लिए चुना गया। चार जुलाई 1963 को वेंकैया ने दुनिया को अलविदा कहा।
भारत सरकार ने 2009 में इनकी याद में एक डाक टिकट जारी किया है।
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