Malaysia Masters: श्रीकांत छह साल में पहली बार पहुंचे BWF टूर्नामेंट के फाइनल में

Last Updated 24 May 2025 05:03:48 PM IST

Malaysia Masters: भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने शनिवार को यहां मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट में जापान के युशी टनाका पर सीधे गेम में जीत दर्ज कर छह साल में पहली बार बीडब्ल्यूएफ टूर्नामेंट के पुरुष एकल फाइनल में प्रवेश किया।


भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत

2021 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता श्रीकांत ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए सटीक नेट प्ले और आक्रामक खेल की बदौलत दुनिया के 23वें नंबर के खिलाड़ी टनाका को रोमांचक मुकाबले में 21-18, 24-22 से शिकस्त दी।
श्रीकांत ने जीत के बाद कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं, काफी समय के बाद यहां तक पहुंचा हूं। ’’
वह रविवार को होने वाले फाइनल में दूसरे वरीय चीन के लि शि फेंग से भिड़ेंगे।
श्रीकांत 2019 इंडिया ओपन में उपविजेता रहे थे और इसके बाद से इस 32 वर्षीय खिलाड़ी का बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर में पहला फाइनल है। उन्होंने 2017 में चार खिताब जीते थे।
पूर्व विश्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत पिछले कुछ सत्र में खराब फॉर्म और फिटनेस के दौर से गुजर रहे हैं जिससे अब वह विश्व रैंकिंग में 65वें स्थान पर मौजूद हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘शारीरिक रूप से मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। लेकिन मैंने पिछले साल ज्यादा मैच नहीं खेले। अब क्वालीफाइंग खेल रहा हूं। इस बार सब ठीक रहा। मैं पिछले महीने से कड़ी मेहनत कर रहा हूं। ’’
श्रीकांत ने कहा, ‘‘बहुत लंबे समय के बाद ये जीत मिली। ’’
श्रीकांत 2017 में चार बीडब्लयूएफ खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने थे और फिर उन्होंने भारत को टीम स्पर्धा में राष्ट्रमंडल खेलों का पहला स्वर्ण पदक दिलाया। लेकिन उसके तुरंत बाद उनका संघर्ष शुरू हो गया।
हालांकि वह 2019 में अच्छी फॉर्म में थे, लेकिन चोटों और कोविड-19 महामारी के कारण क्वालीफायर रद्द होने के कारण श्रीकांत तोक्यो ओलंपिक के लिए क्वलीफाई करने से चूक गए।
उन्हें छोटी चोटें लगती रहीं जिसमें टखने की चोटें ज्यादा रहीं जिससे उनकी निरंतरता प्रभावित हुई। फिर वह स्पेन में 2021 विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष शटलर बने। उन्होंने 2022 में भारत की ऐतिहासिक थॉमस कप जीत में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपने सभी छह मैच जीते। लेकिन फिर उनकी फॉर्म में गिरावट आने लगी।
श्रीकांत इस साल की शुरुआत में थाईलैंड ओपन सुपर 300 में क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे जबकि उनका आखिरी सेमीफाइनल 2023 में स्विस ओपन और मकाऊ ओपन में रहा।
हालांकि पिछले तीन महीनों में उन्होंने कड़ी ट्रेनिंग की और फिटनेस पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कोच आरएमवी गुरुसाईदत्त और पारुपल्ली कश्यप की निगरानी में रैलियों में तेजी लाने पर काम किया।
आगे की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर श्रीकांत ने कहा, ‘‘मैंने कुछ भी योजना नहीं बनाई है। यह सिर्फ शारीरिक रूप से फिट होने, चोट से मुक्त होने और फिर जितना संभव हो उतने टूर्नामेंट खेलने के बारे में है। मैं आगे कौन सा टूर्नामेंट खेलूंगा, यह तय नहीं है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह सिर्फ ट्रेनिंग और खुद को शारीरिक रूप से फिट रखने की बात है और अगर मैं खेलूंगा तो निश्चित रूप से जीतने के लिए। मैं खुद को ठीक होने, ट्रेनिंग लेने और खेलने के लिए पर्याप्त समय देना चाहता हूं। ’’
शुरुआती गेम में श्रीकांत ने टनाका की गति का मुकाबला करने की कोशिश करते हुए कुछ गलतियां कीं और 1-5 से पीछे हो गए।
कुछ बेहतरीन स्ट्रेट स्लाइस और स्मैश से इस भारतीय ने अंतर कम किया, लेकिन जापानी खिलाड़ी ने एक शानदार क्रॉस स्मैश के साथ पांच अंक की बढ़त बनाए रखी।
श्रीकांत ने धीरे धीरे रैलियां बनाईं और जापान के खिलाड़ी को गलतियां करने पर मजबूर करते हुए स्कोर 8-9 कर दिया। हालांकि ब्रेक के समय टनाका ने तीन अंक की बढ़त बनाए रखी।
भारतीय खिलाड़ी ने 14-14 की बराबरी की और शानदार क्रॉस-कोर्ट रिटर्न से 19-16 की बढ़त हासिल कर ली।
स्मैश ने उन्हें दो गेम प्वाइंट दिलाए और उन्होंने पहला गेम अपने नाम कर लिया।
टनाका ने दूसरे गेम में फिर जोरदार शुरुआत कर 3-0 के बाद 7-2 की बढ़त बना ली।
लेकिन पहले गेम की तरह ही श्रीकांत ने आक्रामक तरीके से जवाब दिया और स्कोर 8-9 कर जल्द ही स्कोर बराबर कर दिया।
टनाका ने कुछ आसान गलतियां कीं जिससे श्रीकांत 13-10 से आगे हो गए। लेकिन जापानी खिलाड़ी ने वापसी करते हुए स्कोर 17-17 कर दिया।
फिर श्रीकांत ने मैच प्वाइंट हासिल किया, लेकिन टनाका ने इसे बचा लिया और स्कोर 20-20 कर दिया।
फिर टनाका ने स्कोर 22-22 कर दिया। लेकिन जापानी खिलाड़ी के वाइड शॉट से श्रीकांत ने मैच अपने पक्ष में कर लिया।

भाषा
कुआलालंपुर


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