रामनगरी की सीमाएं फिर सील
विवादित ढांचा ध्वंस की छह दिसम्बर को 27वीं बरसी है। श्रीराम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद यह पहली बरसी पड़ रही है।
अयोध्या : बृहस्पतिवार को हनुमानगढ़ी क्षेत्र में तैनात पुलिस के जवान। |
इसकी पूर्व संध्या पर सबकुछ पूरी तरह सामान्य है। वातावरण बिल्कुल शांत है। लेकिन, प्रशासनिक सख्ती जबरदस्त है। पूरी नगरी सुरक्षाबलों के हवाले कर दी गयी है। सीमाएं सील कर दी गयी हैं। रोकटोक इतनी है कि नगरी के बाशिंदों को भी परिचयपत्र दिखाने पर ही काफी जद्दोजहद के बाद इंट्री मिल पा रही है। श्रीराम जन्मभूमि परिसर की ओर का इलाका रामकोट हो या फिर हनुमानगढ़ी की बाजार श्रृंगारहाट, पूरी तरह सीलबंद है।
विहिप की ऊर्जास्थली कारसेवकपुरम में सन्नाटा पसरा रहा। इस दिन पर अपने पराक्रम से आत्ममुग्ध विहिप हर साल शौर्य दिवस मनाती रही है तो उसके विरोध में मुस्लिम संगठन यौमेगम के जरिये काला दिवस। लेकिन, इस वर्ष श्रीराम मंदिर के पक्ष में गत नौ नवम्बर को सुप्रीमकोर्ट का फैसला सुनने के बाद पड़ रही विध्वंस की बरसी पर बाहुबल दिखाने के लिए न तो शौर्य दिवस का आयोजन किया गया है और न ही रंज मनाने को यौमेगम। सभी धर्मो के अनुयायी खासकर हिंदू और मुस्लिम मुखर रूप से सांप्रदायिक सौहार्द का गुल खिलाने में लगे हैं।
सावर्जनिक कार्यक्रम के नाम पर घोषित तौर पर कहीं कुछ भी आयोजन नहीं रखा गया है। सिवाय इसके कि हिंदू शाम को मंदिरों में दीया-बाती जलाएंगे तो मुस्लिम मस्जिदों में कुरआनख्वानी की रस्म निभाएंगे। विहिप के प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि शौर्य दिवस का कोई कार्यक्रम नहीं है। कल शाम को साधु-संत अपने-अपने मंदिरों में सिर्फ दीपक जलाएंगे। मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब ने भी साफ कर दिया है कि वे अपने आवास पर यौमेगम नहीं मनाएंगे। बावजूद इसके, चूंकि छह दिसम्बर 1992 को ढांचा ध्वंस होने के बाद से यह दिन अतिसंवेदनशील बन गया है। इस बार का छह दिसम्बर भी जुमे की नमाज के दिन पड़ रहा है। ऐसे में प्रशासन अपने स्तर पर फुलप्रूफ व्यवस्था रखना चाहता।
रामनगरी की सुरक्षा बेड़ियों में दी गयी ढील फिर से जकड़ दी गयी है। सुप्रीमकोर्ट का फैसला आने के दिन की तरह अयोध्या नगरी को सुरक्षा संजाल में कसा गया है। सख्ती इस कदर बढ़ा दी गयी है कि कोई परिंदा पर नहीं मार सकता। कदम-कदम पर पुलिस का सख्त पहरा है। इस अवसर पर जिले को चार जोन, 10 सेक्टर और 14 सबसेक्टरों में बांटा गया है। सभी सेक्टरों में मजिस्ट्रेट तैनात किये गये हैं।
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