Rohini Fire: दिल्ली के रोहिणी में झुग्गियों में आग लगने से 2 बच्चों की मौत, AAP दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने सरकार पर साधा निशाना

Last Updated 28 Apr 2025 10:07:07 AM IST

दिल्ली के रोहिणी इलाके की झुग्गी-बस्ती में रविवार को आग लगने के कारण दो बच्चों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए पीड़ित परिवार को हर संभव मदद करने का आश्वासन द‍िया।


हादसे पर दुख प्रकट करते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, रोहिणी में आग लगने की दुखद घटना से बहुत दुखी हूं। जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति हार्दिक संवेदना। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं इस दुर्भाग्यपूर्ण त्रासदी से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं।"

पीड़ित परिवार के लिए हर संभव प्रयास की बात कहते हुए उन्होंने लिखा, "घटना के बाद, दिल्ली सरकार पीड़ितों की सहायता के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रही है। स्थानीय विधायक और एसडीएम तुरंत राहत प्रयासों का समन्वय करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे, जिसमें प्रभावित निवासियों के लिए मोबाइल शौचालय, चिकित्सा सहायता और भोजन का प्रावधान शामिल है। विस्थापित परिवारों को पास के स्कूलों में स्थानांतरित किया जा रहा है, जहां उनके कल्याण के लिए अस्थायी आश्रय और सभी आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए स्थिति की निगरानी कर रहे हैं कि हर प्रभावित व्यक्ति को समय पर सहायता और पुनर्वास दिया जाए। दिल्ली सरकार इस कठिन समय में प्रभावित सभी लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है।"

वहीं  इस हादसे के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज समेत कई नेता देर रात घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस हादसे में मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई, जिसे लेकर ‘आप’ नेताओं ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।

सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया के जरिए कहा है कि आग रविवार सुबह करीब 11:30 बजे लगी थी। फायर स्टेशन महज पांच मिनट की दूरी पर था, इसके बावजूद फायर ब्रिगेड दो घंटे बाद पहुंची, जब तक बच्चों की केवल राख बची थी। उन्होंने सवाल उठाया कि आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड और पुलिस को कितने बजे मिली थी और आखिरकार इतनी देरी क्यों हुई?

सौरभ भारद्वाज ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर निशाना साधते हुए हुए कहा कि जब यह भयावह घटना घटी, उस समय सीएम बवाना विधानसभा क्षेत्र में 'मन की बात' कार्यक्रम सुन रही थीं, जो घटनास्थल से अधिक दूर नहीं था। बावजूद इसके, मुख्यमंत्री और स्थानीय विधायक घटनास्थल पर नहीं पहुंचे।

भारद्वाज ने कहा, "छोटे-छोटे बच्चे जलकर राख हो गए और उनके माता-पिता बिलखते रहे, लेकिन सरकार ने कोई संवेदनशीलता नहीं दिखाई।" उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने चुनाव से पहले झुग्गियों में जाकर कैरम और लूडो खेलते हुए दिखावे किए थे, लेकिन आज जब असली संकट आया है, तो कोई मदद के लिए नहीं आया।

भारद्वाज ने कहा कि भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को अब इन बच्चों के साथ कैरम खेलने आना चाहिए, और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को भी पीड़ितों से मिलना चाहिए। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि "इतना अमानवीय रवैया शायद ही कोई दिखा सकता है।" उन्होंने दावा किया कि रविवार रात तक घटनास्थल पर कोई खाने-पीने या दवाइयों की व्यवस्था नहीं थी, जबकि भाजपा सरकार दावा कर रही थी कि सभी इंतजाम कर दिए गए हैं। 

आईएएनएस
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment