शुभांशु शुक्ला ने PM मोदी को बताया- भारत के गगनयान मिशन को लेकर दुनियाभर में उत्सुकता और उम्मीदें; देखें VIDEO
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से भारत लौटे अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला से पीएम मोदी ने मुलाकात की है। इस दौरान उन्होंने अंतरिक्ष में बिताए अपने 14 दिनों के मिशन के अनुभव साझा किए।
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भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, जो हाल ही में Axiom-4 अंतरिक्ष मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से लौटे हैं, उन्होंने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विशेष मुलाकात की। शुभांशु शुक्ला की यह पीएम मोदी से पहली मुलाकात थी, जो Axiom-4 मिशन से सफल वापसी के बाद हुई। उन्होंने अंतरिक्ष स्टेशन पर किए गए वैज्ञानिक प्रयोग, वहां की स्थितियां, और मिशन के दौरान भारतीय प्रौद्योगिकी के प्रदर्शन की बारीकियां प्रधानमंत्री को बताईं।
शुभांशु शुक्ला ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बताया कि भारत के गगनयान मिशन को लेकर दुनियाभर में काफी दिलचस्पी है और वैज्ञानिक इसका हिस्सा बनने के इच्छुक हैं।
प्रधानमंत्री के साथ सोमवार शाम को बातचीत में शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) तक की अपनी अंतरिक्ष यात्रा, सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण स्थितियों के साथ तालमेल और कक्षीय प्रयोगशाला में किए गए प्रयोगों के बारे में अपने अनुभव भी साझा किए।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ शुक्ला की बातचीत का वीडियो मंगलवार को साझा किया गया। शुक्ला ने कहा, ‘‘भारत के गगनयान मिशन को लेकर लोग बेहद उत्साहित हैं। मेरे मिशन के कई साथी (एक्सिओम-4 मिशन के) इस प्रक्षेपण के बारे में जानना चाहते थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मिशन के मेरे कई साथियों ने मुझसे वादा भी लिया कि उन्हें गगनयान मिशन के प्रक्षेपण के लिए आमंत्रित किया जाएगा। वे हमारे यान में यात्रा करना चाहते थे।’’
#WATCH | Group Captain Shubhanshu Shukla, who was the pilot of Axiom-4 Space Mission to the International Space Station (ISS), meets Prime Minister Narendra Modi. pic.twitter.com/0uvclu9V2b
— ANI (@ANI) August 18, 2025
वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए 40-50 अंतरिक्ष यात्रियों का एक समूह तैयार करना जरूरी है।
अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की महत्वाकांक्षाओं का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘मैंने कहा था कि आपका मिशन पहला कदम है।’’
मोदी ने शुक्ला से कहा कि आईएसएस के लिए उनका मिशन भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं में सहायक होगा।
भारत की 2027 में अपना पहला मानव अंतरिक्ष यान भेजने तथा 2035 तक खुद का अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की योजना है। भारत की 2040 तक चंद्रमा पर अपना अंतरिक्ष यात्री उतारने की भी योजना है।
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