गुजरात राज्यसभा चुनाव : चुनाव आयोग ने कांग्रेस के दो बागी विधायकों के मत रद्द किये, मतगणना शुरू करने के निर्देश

Last Updated 09 Aug 2017 12:37:21 AM IST

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गृहराज्य गुजरात में आज विपक्षी विधायकों के कम से कम नौ क्रॉस वोटिग के बीच तीन सीटों पर हुए राज्यसभा चुनाव के बाद इनमें से 2 वोटों को तकनीकी आधार पर रद्द करने की कांग्रेस की मांग को देर रात चुनाव आयोग ने स्वीकार कर लिया जिसके बाद मतगणना की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.


नई दिल्ली : गुजरात राज्यसभा चुनाव मामले में चुनाव आयोग से मिलने के बाद कांग्रेस नेता पी. चिदम्बरम, अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद चुनाव आयोग कार्यालय से बाहर आते हुए.

आयोग ने देर रात जारी बयान में कहा है कि इसने वोटिंग संबंधी शिकायत का वीडियो देखा है तथा इससे स्पष्ट है कि दोनो ने वोटिंग के नियमों का उल्लंघन किया है इसलिए इनके मत रद्द होने चाहिए.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी ने कहा कि आयोग ने लोकतंत्र में लोगों के विश्वास को बहाल किया है. कांग्रेस प्रत्याशी अहमद पटेल सबसे अधिक मतों से जीतेंगे.
भाजपा और कांग्रेस दोनो के लिए प्रतिष्ठा का प्रशन बने इस चुनाव में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल समेत चार उम्मीदवार हैं.

उधर कांग्रेस और भाजपा ने इस मामले में जबरदस्त आरोप प्रत्यारोप के बीच तीन-तीन बार चुनाव आयोग के पास अपने पक्ष और संबंधित दस्तावेज रखे. निर्धारित समय चार बजे से करीब दो घंटे पहले ही सभी 176 विधायकों के वोट डालने के कारण मतदान समय पूर्व संपन्न हो गया था. शाम पांच बजे से मतगणना होने वाली थी जो रात साढे ज्ञारह बजे तक शुरू नहीं हुई थी.

कांग्रेस ने भाजपा के लिए क्रॉस वोटिंग करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला गुट के दो कांग्रेस विधायकों राघव पटेल तथा भोला गोहिल के कथित तौर पर नियमों का उल्लंघन कर भाजपा प्रत्याशी अमित शाह समेत पार्टी के तीनों उम्मीदवारों को बैलेट दिखाने को लेकर आपत्ति की थी तथा उनके मत को रद्द करने की चुनाव आयोग से मांग की थी.  इसको लेकर शाम पांच बजे ही शुरू होने वाली मतगणना रात साढे ज्ञारह बजे तक शुरू नहीं हो सकी थी.

भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा गुजरात के उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल ने कहा कि वीडियो में स्पष्ट है कि कांग्रेस के चुनाव एजेंट शक्तिसिंह गोहिल ने राघवजी पटेल से धक्कामुक्की की तथा हार की आशंका के चलते पहले से सुनियोजित साजिश के तहत ऐसा बर्ताव किया. कांग्रेस ने आयोग पर दबाव बनाया जिससे उसने सही निर्णय नहीं दिया. घटना की सीडी को देश को सार्वजनिक करना चाहिए तथा अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए. जनता को पता लगेगा कि आयोग जैसी बडी संस्था भी गलती कर सकती है. हालांकि उन्होंने दावा किया कि मत रद्द होने पर भी भाजपा के तीनो उम्मीदवार जीतेंगे.

भाषा


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