मुसलमानों के लिए गोमांस खाना जरूरी नहीं : अहमदिया
गोहत्या और गोमांस खाने को लेकर चल रहे विवाद के बीच अहमदिया मुसलमानों के एक संगठन- अहमदिया मुस्लिम जमात इंडिया ने गुरुवार को कहा कि मुसलमानों के लिए किसी भी परिस्थिति में गोमांस खाना अनिवार्य नहीं होना चाहिए.
![]() (फाइल फोटो) |
अहमदिया ने कहा अल्पसंख्यक समुदाय को हिन्दुओं की भावनाओं की खातिर तथा मानवता और भाईचारे को बनाये रखने के लिए इस आदत को छोड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए.
संगठन के अतिरिक्त कार्यकारी निदेशक शीराज अहमद ने दिल्ली में पाकारों से कहा, गोमांस खाने से अगर हिन्दुओं की भावनाएं आहत होती हैं तो प्यार और सौहार्द को बरकरार रखने के लिए हम इस आदत को छोड़ सकते हैं लेकिन हिन्दुओं की ओर से भी प्यार और इज्जत देने की यही भावना होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बहुसंख्यक समुदाय को भी अपना बड़प्पन दिखाना चाहिए और हमारे मजहब की नुक्ताचीनी और उसकी बेइज्जती करने से परहेज करना चाहिए.
जम्मू-कश्मीर की स्थिति के बारे में सवालों पर श्री अहमद ने कहा कि इस्लाम मादरे वतन के प्रति वफादारी सिखाता है और अपने अनुयायियों से उसकी भलाई, विकास और खुशहाली के लिए योगदान करने को कहता है लेकिन दुर्भाज्ञ की बात है कि कश्मीरी युवकों को कट्टर बनाया जा रहा है और उन्हें गुमराह किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इन युवकों को इस्लाम की सच्ची शिक्षा को अपनाना चाहिए और अपने वतन और वतन के कानून का सम्मान करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि भारत सरकार को कश्मीरी युवकों के साथ बातचीत शुरू करने के लिए योजना बनानी चाहिए. उन्हें शिक्षित करने के लिए कार्यक्रम और नीतियां तैयार करनी चाहिए और सही दिशा देनी चाहिए.
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