स्वच्छता रैंकिंग: एमपी का इंदौर देश का सबसे साफ-सुथरा और यूपी का गोंडा सबसे गंदा शहर

Last Updated 04 May 2017 01:20:31 PM IST

‘स्वच्छ सर्वेक्षण-2017’ के अनुसार मध्य प्रदेश का इंदौर देश का सबसे साफ-सुथरा शहर है जबकि उत्तर प्रदेश का गोंडा सबसे गंदा शहर है.


फाइल फोटो

सरकार ने गुरूवार को दिल्ली में इस सर्वेक्षण का परिणाम जारी किया.
   
शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने सर्वेक्षण के बारे में घोषणा करते हुए कहा कि 434 शहरों की स्वच्छता रैंकिंग में इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर है और भोपाल इस सूची में दूसरे नंबर पर है.
   
इस सर्वेक्षण के अनुसार इस सूची में गोंडा सबसे अस्वच्छ शहर है और महाराष्ट्र का भुसावल दूसरा सबसे अस्वच्छ शहर है. शीर्ष 50 स्वच्छ शहरों में गुजरात के सर्वाधिक 12 शहर शामिल हैं. इसके बाद मध्यप्रदेश के 11 और आंध्र प्रदेश के आठ शहर शीर्ष 50 स्वच्छ शहरों में शामिल हैं.
   
स्वच्छता रैंकिंग में सबसे अंतिम स्थान पर रहे 50 शहरों में से आधे शहर उत्तर प्रदेश के हैं.

स्वच्छ सर्वेक्षण में स्वच्छता के क्रम में नीचे के 10 शहरों में उत्तर प्रदेश के गोंडा को 434 वां, हरदोई को 431 वां, बहराईच को 429 वां , शहाजहांपुर को 426 वां और खुर्जा को 425वां स्थान मिला है. इसके अलावा इसी क्रम में महाराष्ट्र के भुसावल का 433 वां, पंजाब का बाघा 432 वां, अबोहर का 427 वां  और मुक्तसर का 428 वां, बिहार के कटिहार का 430वां स्थान रहा है. बिहार की राजधानी पटना को स्वच्छता क्रम में 262 वां, चंडीगढ को 11 वां और तमिलनाडु को 235 वां स्थान मिला है. 
       
सर्वेक्षण में अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ  दादर तथा नगर हवेली, गोवा,  लक्षद्वीप, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और सिक्किम का एक-एक शहर, आंध्र प्रदेश के 32, असम के चार, बिहार के 27,  छत्तीसगढ के आठ, दमन एवं दियू के दो, दिल्ली के पांच, गुजरात के 31, हरियाणा के 18, हिमाचल प्रदेश के दो, जम्मू कश्मीर के चार, झारखंड के नौ, कर्नाटक के 27, केरल के नौ, मध्यप्रदेश के 35, महाराष्ट्र के 44, नगालैंड के दो, ओडिशा के नौ, पुड्डुचेरी के दो, पंजाब के 16, राजस्थान के 29, तमिलनाडु के 28, तेलंगाना के 12, उत्तराखंड के छह और उत्तर प्रदेश के 62 शहरों को शामिल किया गया है.
     
सर्वेक्षण के अनुसार स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 में गुजरात, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश ने बेहतर प्रदर्शन जारी रखा है और स्वच्छता में लगातार सुधार किया है. झारखंड और छत्तीसगढ ने भी पिछले दो सर्वेक्षण के मुकाबले में उल्लेख सुधार किया है.
       
दिल्ली में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद, तीनों अन्य नगर निगमों ने वर्ष 2014 के क्रम में सुधार किया है जबकि दिल्ली छावनी में स्वच्छता के क्रम में गिरावट हुई है.


                   
सर्वेक्षण में कहा गया है कि स्वच्छता के संदर्भ में उत्तर प्रदेश का प्रदर्शन चिंताजनक रहा है. सर्वेक्षण में शामिल गए कुल 62 शहरों में से 50 का क्रम 305 से नीचे रहा है. इनमें 41 शहर नीचे के 100 शहरों में शामिल है. केवल वाराणसी ही एकमात्र शहर है जो सम्मानजनक 32 वां क्रम ले सका है. सर्वेक्षण में बिहार के 27 शहर शामिल रहे.

इनमें से 19 का स्थान 300 वें क्रम से नीचे रहा. राज्य में सबसे ऊंचा क्रम बिहार शरीफ का 147 वां रहा और 15 शहर नीचे के 100 शहरों की सूची में रहे. राजस्थान के 29 शहर
सर्वेक्षण  में शामिल रहे. इनमें से 18 का क्रम 300 से नीचे रहा. राज्य में बूंदी को सबसे बेहतर 171वां क्रम मिला और 13 शहर नीचे के 100 शहरों में शामिल रहे.
                  
केरल के नौ शहरों को सर्वेक्षण में रखा गया. राज्य में सबसे ऊंचा क्रम 254वां क्रम कोझिकोड (कालीकट) को मिला है और चार शहर नीचे के 100 शहरों में शामिल हैं.

सर्वेक्षण में पंजाब के 16 शहर शामिल रहे हैं. राज्य के सरदार अजीत सिंह शहर को सबसे बेहतर 121 वां स्थान मिला है. सात शहर नीचे के 100 शहरों में शामिल है.

 

भाषा/वार्ता


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