पहल : बाइडेन की इस्राइल यात्रा से थमेगी हिंसा
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बुधवार 18 अक्टूबर को इस्राइल और जॉर्डन जा रहे हैं। उनके इस विजिट पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं। दूसरी तरफ बुधवार को ही ईरान के दबाव पर जेद्दा में 56 मुस्लिम देशों के संगठन ओआईसी की बैठक बुलाई गई है।
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इस्राइल-हमास युद्ध की दृष्टि से अमेरिकी राष्ट्रपति की यह यात्रा महत्त्वपूर्ण मानी जा रही है। इस्राइल की उनकी यात्रा से ज्यादा महत्त्वपूर्ण यात्रा जॉर्डन की है, जहां वो अरब लीग के नेताओं से मुलाकात करने वाले हैं।
कहा जा रहा है कि बाइडेन की यात्रा से शांति बहाली की उम्मीदें बढ़ गई हैं। व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी का कहना है कि बाइडेन जॉर्डन में किंग अब्दुल्ला, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात करेंगे। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार तड़के इस्राइल में बाइडेन के दौरे की घोषणा की। ब्लिंकन ने कहा कि यूएस राष्ट्रपति इसके बाद अरब देशों के नेताओं से मुलाकात के लिए जॉर्डन जाएंगे।
घोषणा की कि अमेरिका और इस्राइल ऐसी योजना विकसित करने पर सहमत हुए हैं, जो मानवीय सहायता को गाजा में नागरिकों तक पहुंचाने में सक्षम बनाएगी। बाइडेन वहां क्या करने वाले हैं, इस पर ब्लिंकन कुछ नहीं बोले हैं। युद्ध छिड़ने के बाद ब्लिंकन फौरन इस्राइल यात्रा के लिए निकल पड़े। इस्राइल आने के बाद वो जॉर्डन, कतर और रियाद भी गए। वहां से लौटकर फिर इस्राइल आ गए। ब्लिंकन की इसी भागदौड़ का नतीजा यह घटनाक्रम है। समझा जाता है कि अमेरिका अब इस्राइल-हमास युद्ध रुकवाने का श्रेय लेने के लिए सारी पहल कर रहा है। हालांकि अब तक फिलिस्तीन इस सारे मामले में घाटे में रहा है। गाजा तरह तबाह हो चुका है। इस्राइली मीडिया का कहना है कि बाइडेन इस शर्त पर इस्राइल आने को राजी हुए हैं कि इस्राइल गाजा में मानवीय राहत सामग्री भेजे जाने पर अड़ंगेबाजी नहीं करेगा। गाजा में अभी तक इस्राइल ने कोई राहत सामग्री नहीं जाने दी है। इस बीच, इस्राइल को लेकर बाइडेन के एक बयान की भी चर्चा हो रही है।
सीबीएस के साथ 60 मिनट के साथ एक साक्षात्कार में बाइडेन ने चेतावनी दी कि इस्राइल को गाजा पर दोबारा कब्जा करने की गलती नहीं करनी चाहिए। बाइडेन ने कहा, देखिए, गाजा में जो कुछ हुआ, मेरे विचार में, वह हमास है, और हमास के लोग सभी फिलिस्तीनी लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं करते। उन्हें लगता है कि गाजा पर फिर से कब्जा करना इस्राइल के लिए एक गलती होगी। हालांकि इसके साथ ही बाइडेन ने यह भी कहा कि चरमपंथियों को बाहर निकालना बेहद जरूरी है। बाइडेन और उनके प्रशासन ने इस्राइल या उसके बमबारी अभियान की आलोचना करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने इस्राइल, मिस्र और अन्य देशों से बिगड़ते संघर्ष क्षेत्र में मानवीय सहायता और आपूर्ति होने देने का आग्रह किया है। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, बाइडेन ने साक्षात्कार में कहा, ‘मुझे विश्वास है कि इस्राइल युद्ध के नियमों के तहत कार्य करने जा रहा है। ऐसे मानक हैं, जिनका पालन लोकतांत्रिक संस्थाएं और देश करते हैं और मुझे विश्वास है कि गाजा में निर्दोष लोगों के लिए दवा, भोजन और पानी तक पहुंच संभव होने जा रही है।’
इस्राइल और हमास लड़ाकों के बीच युद्ध मंगलवार को 11वें दिन में प्रवेश कर गया। इस्राइली फौजें गाजा सीमा पर जमीनी लड़ाई के लिए अभ्यास कर रही हैं। पिछले शनिवार से शुरू हुए युद्ध में अब तक 4,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी हैं। इनमें करीब 1,400 इस्राइली और 2,750 फिलिस्तीनी नागरिक शामिल हैं। इस्राइल ने गाजा पट्टी की पूरी तरह से नाकेबंदी कर दी है, और उस पर भीषण हवाई हमले किए हैं। गाजा में पैदा हुए मानवीय संकट के बारे में विश्व स्तर पर चिंताएं बढ़ रही हैं। डर है कि युद्ध एक व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष में बदल सकता है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठनों द्वारा ट्रकों में भरी सहायता गाजा के साथ मिस्र की सीमा पर मौजूद है, लेकिन इस्राइल की जिद की वजह से वो सहायता गाजा में नहीं जा पा रही। इस्राइल ने मानवीय सहायता के बदले अपने बंधकों की रिहाई की शर्त रखी थी, जिसे हमास ने ठुकरा दिया। फिलिस्तीन के लोग इस समय हमास के साथ हैं। हालांकि गाजा में दाना-पानी बंद है।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि मानवीय सहायता से भरे ट्रक गाजा के साथ मिस्र की सीमा पर फंसे हुए हैं। काहिरा ने कहा था कि राफा क्रॉसिंग, फिलिस्तीनी एन्क्लेव में बेहद जरूरी आपूर्ति के लिए एक संभावित महत्त्वपूर्ण मार्ग आधिकारिक तौर पर बंद नहीं है, लेकिन गाजा की ओर इस्राइली हवाई हमलों के कारण लगभग बंद है। मंगलवार को ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका इस्राइल की इस चिंता को साझा करता है कि हमास गाजा में प्रवेश करने वाली सहायता को जब्त या नष्ट कर सकता है, या इसे जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने से रोक सकता है। उन्होंने कहा, ‘अगर हमास किसी भी तरह से मानवीय सहायता को नागरिकों तक पहुंचने से रोकता है, जिसमें सहायता को जब्त करना भी शामिल है, तो हम इसकी निंदा करने वाले पहले व्यक्ति होंगे। और हम इसे दोबारा होने से रोकने के लिए काम करेंगे।’
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