एएफसी एशिया कप : भारत ने 33 साल बाद थाईलैंड को हराया
भारतीय फुटबाल में ‘गोल मशीन’ के नाम से मशहूर सुनील छेत्री के दो गोल की मदद से टीम ने रविवार को यहां थाईलैंड को 4-1 से हराकर 1964 के बाद एएफसी एशिया कप में पहली जीत दर्ज की।
थाईलैंड के खिलाफ गोल जमाने पर खुशी मनाते सुनील छेत्री और अनिरूद्ध थापा (दाएं)। फोटो : प्रेट्र |
अपना दूसरा एशिया कप और 105वां मैच खेल रहे छेत्री ने 27वें मिनट में पेनल्टी के जरिए और 46वें मिनट में दूसरा गोल दागा जो उनका क्रमश: 66वां और 67वां अंतरराष्ट्रीय गोल था।
मिडफील्डर अनिरूद्ध थापा और दूसरे हाफ में स्थानापन्न खिलाड़ी के तौर पर उतरे जेजे लालपेखलुआ ने इसके बाद टीम के लिए 68वें और 80वें मिनट में गोल किए जिससे भारत ने अल नाहयान स्टेडियम में थाईलैंड को शिकस्त दी। उत्साहवर्धन करने के लिए स्टेडियम में काफी संख्या में भारतीय समर्थक मौजूद थे। इन दो गोल की मदद से 34 साल के छेत्री अज्रेटीना के सुपरस्टार लियोनल मेसी को पछाड़ने में सफल रहे जिनके 128 मैचों में 65 अंतरराष्ट्रीय गोल हैं। पुर्तगाल के सुपरस्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो 154 मैचों में 85 गोल से सर्वाधिक गोल करने वाले फुटबालर हैं।
थाईलैंड के कप्तान और स्ट्राइकर टीरासिल डांग्डा ने ग्रुप ए के इस मैच में अपनी टीम के लिए 33वें मिनट में गोल किया। भारतीय टीम अब संयुक्त अरब अमीराज और बहरीन के खिलाफ होने वाले आगामी दो मुकाबलों में ड्रा खेलकर भी नाकआउट दौर में जगह बना सकती है। फीफा रैंकिंग में 97वें स्थान पर काबिज भारतीय टीम मैच में 118वीं रैंकिंग की प्रतिद्वंद्वी को हराने के इरादे से ही उतरी थी लेकिन खिलाड़ियों के इस तरह के शानदार प्रदर्शन की उम्मीद नहीं थी, विशेषकर दूसरे हाफ में। पहले हाफ में थाईलैंड की टीम बेहतर दिख रही थी, जिसने 70 प्रतिशत तक फुटबाल पर कब्जा बनाये रखा और लक्ष्य पर ज्यादा शाट लगाए।
मौजूदा टीम में छेत्री एकमात्र खिलाड़ी हैं जो 2011 में खेलने वाली टीम का हिस्सा थे। वह एशिया कप में भारत की ओर से सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी भी बन गए, इससे उन्होंने इंदर सिंह को पछाड़ा जिन्होंने 1964 के चरण में दो गोल दागे थे जिसमें भारत उप विजेता रहा था। अपने चौथे एशियाई कप में भाग ले रही भारतीय टीम की यह 11 मैचों में तीसरी जीत थी। देश ने इस्रइल में हुए 1964 चरण में दो मैच जीते थे और एक गंवाया था, जिसमें महज चार देशों ने शिरकत की थी। इसके बाद टीम को 1984 में तीन मैचों में हार मिली थी जबकि एक मैच ड्रा रहा था। वहीं 2011 में टीम ग्रुप के सभी तीनों मैचों में हार गई थी।
इससे पहले मौजूदा चैंपियन आस्ट्रेलिया को अपने पहले ही मैच में रविवार को जॉर्डन के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी। पहले हाफ में अनस बानी-यासीन के हेडर से किए गोल के दम पर जॉर्डन ने ग्रुप बी के इस मैच में 1-0 से जीत दर्ज की।
| Tweet |