JSSATE ने महिलाओं को सैनिटरी पैड बनाने और मार्केटिंग का प्रशिक्षण देकर बनाया आत्मनिर्भर
नोएडा की जेएसएस (JSS) एकेडमी ने उत्तरप्रदेश की खोड़ा कॉलोनी की 75 महिलाओं को कम लागत में सैनिटरी पैड बनाने और मार्केटिंग का प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाने का सराहनीय का काम किया।
![]() नोएडा: JSSATE द्वारा महिलाओं को सैनिटरी पैड बनाने और मार्केटिंग का प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में डॉ. बी. मनोज कुमार (प्रधानाचार्य, जेएसएसएटीई नोएडा), श्री राजीव कुमार सिंघल (राष्ट्रीय मिशन प्रबंधक, एनआरएलएम), डॉ. टीजी ममता, डॉ. जगदीश आरएस |
इस तरह अब महिलाएं सिर्फ रसोई और घर के अन्य काम तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि अब इन महिलाओं को सैनिटरी पैड बनाने का हुनर मिलने के साथ ही अब ये महिलाएं आत्मनिर्भर हो गयी हैं।
यह कारनामा नोएडा की जेएसएस एकेडमी ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (JSSATE) ने किया है।
बता दें कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 10 मई से शुरू होकर 5 जून तक जेएसएसएटीई (JSSATE) के रसायन विज्ञान विभाग ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की A2K+ योजना और वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (DSIR) के सहयोग से चलाया गया। इसमें महिलाओं को कम लागत वाले सैनिटरी नैपकिन का उत्पादन और महिला उद्यमिता का विकास होने के हुनर की ट्रेनिंग दी गयी।
इस ट्रेनिंग कार्यक्रम में नोएडा की दर्जनों और गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी की 75 महिलाओं को उत्पादन से लेकर मार्केटिंग तक का पूरा प्रशिक्षण दिया गया है। उन्हें सिखाया गया है कि कैसे पैड बनाना है, कैसे क्वालिटी कंट्रोल करना है, ब्रांडिंग और कैसे ग्राहक को बनाने से लेकर उन्हें बेचने तक का हुनर भी सिखाया गया है।
इस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में डॉ. बी. मनोज कुमार (प्रधानाचार्य, जेएसएसएटीई नोएडा), श्री राजीव कुमार सिंघल (राष्ट्रीय मिशन प्रबंधक, एनआरएलएम), डॉ. टीजी ममता, डॉ. जगदीश आरएस और डॉ. रोली वर्मा सहित प्रमुख अतिथियों ने मुख्य अन्वेषक डॉ. आशिमा श्रीवास्तव के साथ बढ़-चढ़कर भाग लिया।
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