दूसरे राज्यों में फंसे अपने श्रमिकों को वापस लाएगी योगी सरकार

Last Updated 24 Apr 2020 04:36:02 PM IST

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि दूसरे राज्यों से उत्तर प्रदेश के श्रमिकों और कामगारों को वापस लाया जाएगा।


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)

मुख्यमंत्री योगी आज यहां टीम 11 के सदस्यों के बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, "दूसरे राज्यों में उत्तर प्रदेश के जिन श्रमिकों ने क्वारंटाइन की अवधि पूरी कर ली है, उनको हम वापस लाएंगे। इस दौरान उनकी सबसे पहले बॉर्डर पर विधिवत स्क्रीनिंग करेंगे। उसके बाद वह जिस जनपद के हैं वहीं पर उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटीन कराएंगे। जहां भी वापस लाए गए श्रमिकों को क्वारंटीन किया जाएगा वहां पूल टेस्टिंग की व्यवस्था की जाए। वापसी की यह प्रक्रिया चरणबद्ध होगी।"

योगी ने कहा कि प्रयास यह हो कि यह केंद्र उनके गांव के ही आसपास हों। इन केंद्रों की सभी व्यवस्था की अभी से जांच करा लें। संबंधित अधिकारी दूसरे प्रदेशों की सरकारों से इस बावत बात कर श्रमिकों की सूची मंगवा लें ताकि उनकी संख्या के अनुसार बसों का बंदोबस्त किया जा सके।

उन्होंने कहा, "इसके लिए शेल्टर होम आश्रय स्थल को खाली कर सेनेटाइज किया जाए। शेल्टर होम पर कम्युनिटी किचन के सुचारू संचालन के लिए सभी प्रबन्ध सुनिश्चित किये जाएं, ताकि इन लोगों के लिए ताजे और भरपेट भोजन की व्यवस्था हो सके।"

उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में उत्तर प्रदेश के ही जो नागरिक क्वारांटाइन में हैं और 14 दिनों की अवधि पूरी कर चुके हैं उन्हें अपने घर भेज दें।

योगी ने कहा, "प्रत्येक जनपद में कोविड और नॉन-कोविड अस्पताल चिन्हित किए जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोरोना के मरीज उपचार के लिए केवल कोविड अस्पताल में ही भर्ती किये जाएं। इसी प्रकार अन्य रोगों के उपचार के लिए मरीज को नॉन-कोविड अस्पताल में भर्ती किया जाए।"

उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना प्रभावित क्षेत्रों को हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित करते हुए संक्रमण से बचाव के लिए अपनायी जा रही रणनीति अत्यन्त प्रभावी सिद्ध हो रही है। हॉटस्पॉट का यह यूपी मॉडल काफी लोकप्रिय हुआ है।

मुख्यमंत्री ने पूल टेस्टिंग को बढ़ाने और एल-1, एल-2 तथा एल-3 चिकित्सालयों में बेड्स की संख्या में वृद्धि के निर्देश दिये।

उन्होंने कहा, "ट्रेनिंग पर भी फोकस करने की आवश्यकता है। एल-2 चिकित्सालय में प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन और हर 10 बेड पर एक वेंटिलेटर उपलब्ध रहना चाहिए। एल-1 चिकित्सालय में प्रत्येक 5 बेड पर एक ऑक्सीजन सिलिण्डर सुनिश्चित किया जाना चाहिए।"

योगी ने कहा कि जनपद स्तर पर प्रशासन, पुलिस और मेडिकल की टीम आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करें। कोरोना वायरस की चुनौती से निपटने के लिए टीम भावना के साथ कार्य करना आवश्यक है।

आईएएनएस
लखनऊ


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