UPPSC के जरिए 2012 से अब तक हुई नियुक्तियों की होगी सीबीआई जांच : योगी

Last Updated 19 Jul 2017 09:37:36 PM IST

उत्तर प्रदेश की सिविल सेवा में प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 2012 से अब तक की गयी नियुक्तियों की सीबीआई जांच करायी जाएगी. यह ऐलान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज राज्य विधानसभा में किया.


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)

योगी ने 2017-18 के बजट पर चर्चा के अंत में कहा कि अपराधियों को संरक्षण देने वालों के खिलाफ भी कड़ा कानून बनाया जाएगा. यदि मौजूदा सत्र में इस आशय का विधेयक पारित नहीं हो पाया तो विधेयक पारित कराने के लिए विधानसभा का अगला सत्र जल्द बुलाया जाएगा.

पूर्व की समाजवादी पार्टी सरकार पर हमलावर तेवर अपनाते हुए योगी ने कहा, आपने (सपा) यूपी पीसीएस का क्या कर दिया.. इसकी विश्वसनीयता पर प्रश्न उठ रहे हैं. हम यूपी पीसीएस में 2012 से अब तक हुई सभी नियुक्तियों की सीबीआई जांच कराएंगे. 

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2012 से अब तक एक भी ऐसी नियुक्ति नहीं है, जिसे लेकर उंगली ना उठ रही हो. पुलिस के डेढ लाख पद खाली पड़े हैं क्योंकि    आपके (सपा) इरादे साफ नहीं थे और उच्चतम न्यायालय ने नियुक्तियों पर रोक लगा दी.   

उन्होंने कहा कि पिछले चार महीने के दौरान अपराध का ग्राफ गिरा है. मौजूदा सरकार के आते ही शत प्रतिशत एफआईआर दर्ज हो रही हैं.

आजमगढ में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों की घटना का उल्लेख करते हुए योगी ने विपक्षी बेंचों पर बैठे सपा सदस्यों से सवाल किया, क्या इस प्रकरण में गिरफ्तार व्यक्ति के सपा से संबंध नहीं हैं ? वह राजनीतिक संरक्षण में फल फूल रहा था. 

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ऐसे अपराधियों के खिलाफ ना सिर्फ कार्वाई करेगी बल्कि उन्हें संरक्षण देने वालों के खिलाफ कड़ा कानून भी लाएगी.

उन्होंने कहा कि सीतापुर और रायबरेली की हाल की हत्याओं के प्रकरणों में अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था .

योगी ने कहा कि बजट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्र 'सबका साथ सबका विकास'  को अपनाया गया है और बिना किसी भेदभाव के समाज के हर वर्ग के लिए इसमें प्रावधान किया गया है.

उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार राज्य का इतना बड़ा बजट पेश किया गया है. इसे किसानों की 36000 करोड रूपये की ऋण माफी के लिए भी याद किया जाएगा.



मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में हर विभाग को पिछली बार की तुलना में अधिक राशि का आवंटन किया गया है. उन्होंने विपक्ष की ओर इशारा करते हुए तंज कसा, आपका विकास से कोई लेना देना नहीं है. आपको केवल अपने विकास की चिन्ता है. 

योगी ने कहा, गनीमत कीजिए कि हम श्वेत पत्र नहीं लाये अन्यथा जिस दिन श्वेत पत्र जारी कर देते, अभी तक तो कांग्रेस मुक्त भारत की बात होती है .. कहीं ऐसा ना हो जाए कि उत्तर प्रदेश में सपा बसपा मुक्त हो जाए. 

उन्होंने उत्तर प्रदेश के चहुंमुखी विकास की प्रक्रिया में विपक्षी दलों के सदस्यों से सहयोग की अपील की.

उन्होंने कहा कि सरकार अयोध्या, काशी, मथुरा और वृन्दावन जैसे धार्मिक स्थानों एवं बुद्ध सर्किट पर पड़ने वाले पवित्र स्थलों का विकास कराएगी. उनके इतना कहते ही सदन में सत्तापक्ष के सदस्यों ने  हर हर महादेव,  जय श्रीराम  और  भारत माता की जय  के नारे लगाये.

सदन में मौजूद उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की तारीफ करते हुए योगी ने कहा कि गांवों और शहरों में बिना किसी भेदभाव के बिजली आपूर्ति हो रही है. अगर देवाशरीफ में बिजली जा रही है तो महादेवा मंदिर में भी बिजली दी जाएगी.

योगी के करीब दो घंटे के भाषण से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने हालांकि सदन से वाकआउट किया.  प्रदेश के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने सदन में पिछले सप्ताह बजट पेश किया था.

 

 

 

भाषा


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