जेवर में बनेगा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
जेवर में ग्रीन फील्ड नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को नागरिक उड्डयन मंत्रालय की स्वीकृति मिलने से ग्रेटर नोएडा को विकास के पंख लग गए हैं.
जेवर में बनेगा इंटरनेशनल एयरपोर्ट |
नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने शनिवार को बताया कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय की संचालन समिति ने ग्रेटर नोएडा के पास स्थित जेवर में नए हवाईअड्डे के निर्माण की सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान कर दी है. इसके लिए यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (वाईईआईडीए) तीन हजार हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण करेगा.
नए हवाई अड्डे के विकास के पहले चरण का काम 5-6 साल में पूरा होने की उम्मीद है, जिसकी अनुमानित लागत 10 हजार करोड़ रुपए होगी. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने से नोएडा/ग्रेटर नोएडा ही नहीं पूरे एनसीआर में विकास के और रास्ते खुल जाएंगे.
यही नहीं, यहां से आगरा, मथुरा, वंृदावन, मुजफ्फरनगर, मेरठ, अलीगढ़, बुलंदशहर व मुरादाबाद तक का औद्योगिक विकास होगा. इससे क्षेत्र के लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा.
कम होगा आईजीआई एयरपोर्ट का बोझ : राजू ने बताया कि दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर अभी सालाना छह करोड़ यात्रियों की आवाजाही होती है, जिसके वर्ष 2020 तक बढ़कर नौ करोड़ 10 लाख और वर्ष 2024 तक 10 करोड़ 90 लाख तक पहुंचने की संभावना है. दिल्ली हवाईअड्डे के मौजूदा मास्टर प्लान के हिसाब से इसकी क्षमता 11 करोड़ यात्री सालाना से ज्यादा बढ़ाना संभव नहीं होगा.
इसे देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में दूसरे अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की जरूरत महसूस की जा रही थी. नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने बताया कि जेवर में हवाईअड्डे के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ-साथ रक्षा मंत्रालय, आर्थिक मामले विभाग और नीति आयोग की भी मंजूरी मिल गई है. नए हवाईअड्डे का नाम नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा.
कई कंपनियां लगा रही हैं प्रोजेक्ट : जेवर में बनने वाले इस एयरपोर्ट से क्षेत्र का चहुंमुखी विकास होगा. यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे हजारों एकड़ जमीन पर कई मल्टीनेशनल कंपनियां अपने प्रोजेक्ट लगा रही हैं. इनमें पतंजलि ग्रुप, इलेक्ट्रानिक मेन्युफैक्चरिंग कल्स्टर प्रमुख हैं. यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण सड़क, मेट्रो समेत अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएगा.
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