कर्नाटक में शिवमोगा के बंगरप्पा लेआउट इलाके में रविवार को उस समय तनाव फैल गया जब अज्ञात बदमाशों ने भगवान गणेश और नाग देवता की मूर्तियों को कथित तौर पर खंडित कर दिया। पुलिस ने यह जानकारी दी।

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पुलिस ने यह भी बताया कि नाग देवता की मूर्ति सड़क किनारे नाले में पड़ी पाई गई।
पुलिस के अनुसार, यह घटना शिवमोगा के शांतिनगर वार्ड में हुई, जहां हाल ही में बंगरप्पा लेआउट की मुख्य सड़क पर मूर्तियां स्थापित की गई थी।
इलाके के निवासियों ने इस घटना की कड़ी निंदा की और देवताओं के कथित अपमान पर गुस्सा जताया।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थानीय समुदाय से चर्चा की। अधिकारियों ने निवासियों को बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया।
क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
एक अधिकारी ने बताया कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और पुलिस जांच जारी है।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विजयेंद्र ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि शिवमोगा में शरारती हरकतों में थोड़े समय के विराम के बाद हिंदू विरोधी तत्वों ने एक बार फिर अपनी हरकतें शुरू कर दी हैं।
शिवमोगा जिले के शिकारीपुरा से विधायक विजयेंद्र ने कहा, ‘‘रग्गीगुड्डा में बदमाशों ने भगवान गणेश और शेषनाग की मूर्तियों को खंडित किया।’’ उन्होंने यह भी कहा कि मूर्ति को नाले में फेंक दिया गया।
विजयेंद्र ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘हिंदू संगठनों को बुरी नजर से देखने वाली कर्नाटक की कांग्रेस सरकार हमेशा हिंदू विरोधी ताकतों की कट्टर समर्थक बनकर खड़ी रही है। शिवमोगा जिले में बदमाशों की ज्यादतियां चरम सीमा पर पहुंच गई हैं।’’
भाजपा नेता ने चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘अगर सरकार इन दुष्ट तत्वों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई नहीं करती तो जो परिणाम होगा उसकी जिम्मेदार वह खुद होगी।
कांग्रेस की ओर से इस पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
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