मराठी भाषा और संस्कृति का दायरा दूर-दूर तक बढ़ाएं : अजित पवार

Last Updated 06 Jul 2025 04:30:30 PM IST

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने रविवार को लोगों को ‘आषाढ़ी एकादशी’ की बधाई दी और मराठी भाषा एवं संस्कृति को दूर-दूर तक फैलाने का आह्वान किया।


अपने संदेश में पवार ने सोलापुर जिले के पंढरपुर की वार्षिक ‘वारी’ यात्रा को भक्ति, अनुशासन और आध्यात्मिक समानता पर आधारित एक गौरवशाली परंपरा बताया।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख अजित पवार ने कहा, ‘‘यह महाराष्ट्र की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ताकत है जिसे संरक्षित और मजबूत किया जाना चाहिए।’’

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मराठी भाषा और संस्कृति दूर-दूर तक गूंजे, महाराष्ट्र की प्रगति का झंडा गर्व के साथ ऊंचा फहराए। राज्य एकता, समृद्धि और ताकत के साथ आगे बढ़े।’’

उन्होंने कहा कि आषाढ़ी वारी महाराष्ट्र की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि का सशक्त प्रतीक है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सदियों से वारकरी संप्रदाय ने न केवल राज्य के सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने का मार्गदर्शन किया है, बल्कि उसे समृद्ध भी किया है।

पवार ने कहा कि भगवान विट्ठल का नाम जपते हुए पंढरपुर की ओर चल रहे लाखों वारकरी एकता, समानता और भाईचारे को दर्शाते हैं।

उपमुख्यमंत्री ने अच्छे मानसून और समृद्ध कृषि मौसम के लिए भी प्रार्थना की।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं प्रार्थना करता हूं कि खेत उपजाऊ हों, घरों में अनाज भरपूर हो तथा राज्य के हर घर में शांति और खुशहाली आए।’’

पवार ने कहा, ‘‘वारी हमें मानवता और समर्पण का सच्चा सार सिखाती है। इस भावना को महाराष्ट्र के विकास में शामिल किया जाना चाहिए।’’

उन्होंने आषाढ़ी वारी को भगवान पांडुरंग के प्रति भक्ति की महान परंपरा बताया और कहा कि यह महाराष्ट्र की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक एकता की शक्ति का प्रतीक है।

पवार ने कहा कि सदियों से लाखों वारकरी ‘हरि नाम’ जपते हुए पंढरपुर की ओर बढ़ते हैं और अपने आचरण से एकता, समानता व भाईचारे का संदेश फैलाते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘यह महाराष्ट्र की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक एकता की ताकत है। इसे संजोना और आगे बढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है।’’

भाषा
मुंबई


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