Jammu Kashmir: चंदरकोट में अमरनाथ यात्रियों को लेकर जा रहे काफिले की बसों में टक्कर, 36 तीर्थयात्री घायल
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में शनिवार को पांच बसों के आपस में टकरा जाने से कम से कम 36 अमरनाथ तीर्थयात्री मामूली रूप से घायल हो गए।
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ये बसें जम्मू के भगवती नगर से दक्षिण कश्मीर के पहलगाम बेस कैंप की ओर जा रहे काफिले का हिस्सा थीं।
अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना सुबह करीब आठ बजे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंद्रकूट के पास हुई। उन्होंने बताया कि दुर्घटना एक बस के ब्रेक फेल होने के कारण हुई, जिसने बाद में चार अन्य वाहनों को टक्कर मार दी।
रामबन के उपायुक्त मोहम्मद अलयास खान ने बताया, ‘‘काफिले की आखिरी बस पर से चालक ने नियंत्रण खो दिया और बस ने चंदरकोट लंगर स्थल पर फंसे वाहनों को टक्कर मार दी, जिससे चार वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और 36 यात्री मामूली रूप से घायल हो गए।’’
उन्होंने बताया कि वहां मौजूद अधिकारियों ने घायलों को रामबन जिला अस्पताल पहुंचाया।
#WATCH | रामबन, जम्मू-कश्मीर: रामबन के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद अलयास खान ने बताया, "चंदरकोट लंगर स्थल के पास एक बस ब्रेक नहीं लगा सकी और यह चार अन्य बसों से टकरा गई। कुल 36 तीर्थयात्रियों को मामूली चोटें आई हैं। मरीजों का अस्पताल में इलाज किया गया। तीर्थयात्रियों के लिए आगे जाने… https://t.co/3WsByMy3pd pic.twitter.com/94I5mNuCew
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 5, 2025
पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी घायलों के उपचार की निगरानी के लिए अस्पताल पहुंचे और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अच्छी देखभाल सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
उपायुक्त ने बताया, ‘‘यात्रियों को आगे की यात्रा के लिए अन्य वाहनों में स्थानांतरित कर दिया गया।’’
रामबन के चिकित्सा अधीक्षक सुदर्शन सिंह कटोच ने बताया कि प्राथमिक उपचार के बाद तीर्थयात्रियों को तुरंत छुट्टी दे दी गई।
अधिकारियों ने बताया कि क्षतिग्रस्त बसों को बदलने के बाद काफिले को गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया।
अधिकारियों के मुताबिक, 6,979 तीर्थयात्रियों का चौथा जत्था दो अलग-अलग काफिलों में तड़के साढ़े तीन बजे से चार बजकर पांच मिनट के बीच भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुआ था।
चौथे जत्थे में 5,196 पुरुष, 1,427 महिलाएं, 24 बच्चे, 331 साधु और साध्वी तथा एक ट्रांसजेंडर शामिल है।
अधिकारियों ने बताया कि 4,226 तीर्थयात्री 161 वाहनों में सवार होकर 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग से नुनवान आधार शिविर के लिए रवाना हुए जबकि 2,753 तीर्थयात्री 151 वाहनों में सवार होकर 14 किलोमीटर लंबे लेकिन अधिक ढलान वाले बालटाल मार्ग से रवाना हुए।
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