Southwest Monsoon: कर्नाटक और केरल में भारी बारिश से बिगड़े हालात, स्कूल-कॉलेज बंद

Last Updated 16 Jun 2025 03:34:20 PM IST

कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश को देखते हुए दक्षिण कन्नड़ जिला प्रशासन ने जिले में 'रेड अलर्ट' जारी किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।


कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र (केएसएनडीएमसी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, उडुपी, दक्षिण कन्नड़, और उत्तर कन्नड़ जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा दर्ज की गई है जिससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

इस बीच मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 17 जून तक अनेक तटवर्ती इलाकों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है।

इसके मद्देनजर दक्षिण कन्नड़ के उपायुक्त और जिलाधिकारी मुल्लाई मुहिलान ने एक अधिसूचना जारी कर जिले के सभी स्कूलों और कॉलेजों को सोमवार को बंद रखने का निर्देश दिया।

इसके अलावा उपायुक्त ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए चेतावनी जारी करते हुए उन्हें समुद्र तटों, नदियों और अन्य जल निकायों के पास जाने से सख्ती से मना किया है। मछुआरों को अगले आदेश तक समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।

इसमें सभी तालुका-स्तरीय अधिकारियों को अपने मुख्यालय में रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और होम गार्ड की टीमों को भी अलर्ट पर रखा गया है।

प्रशासन ने किसी भी आपात स्थिति में सहायता के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है।

प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और घरों से बाहर न निकलने की अपील की है।

मौसम विभाग की सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे जारी रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में सर्वाधिक बारिश उडुपी जिले के कुंदापुर तालुक के चित्तूर में हुई जहां 274 मिमी वर्षा दर्ज की गई।

रिपोर्ट के मुताबिक, उडुपी में कई अन्य क्षेत्रों में 200 मिमी से अधिक बारिश हुई है जिनमें हाकलाडी (265.5 मिमी), हेरूर (261 मिमी) और मोलहल्ली (240 मिमी) शामिल हैं।

इसी प्रकार दक्षिण कन्नड़ जिले के मंगलुरु के बाला में 215.5 मिमी और बाजपे में 206 मिमी बारिश दर्ज की गई।

केरल में बारिश का कहर जारी, जनजीवन बाधित
केरल में मूसलाधार मानसूनी बारिश ने सोमवार को भी कहर बरपाया जिससे सड़क और रेल यातायात समेत सामान्य जनजीवन बाधित हो गया।

बारिश का सबसे ज्यादा असर उत्तरी जिलों में पड़ा है, जहां नदियों और अन्य जलाशयों में जल स्तर बढ़ गया है।

कन्नूर और कासरगोड समेत कई जिलों में बाढ़ का पानी घरों में घुसने के कारण कई निवासियों को राहत शिविरों में ले जाया गया है।

कन्नूर में रविवार शाम से ही लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के लिए घुटने तक भरे पानी में चलते हुए देखा गया।

एक निवासी ने बताया, ‘‘बच्चों और बुजुर्गों को पहले ही रिश्तेदारों के घरों में भेजा जा चुका है। हम आसपास खुले राहत शिविर में जा रहे हैं।’’ उन्होंने बताया कि बारिश के बाद हुए जलभराव ने उनका जीना दूभर कर दिया है। जलभराव के कारण बच्चे स्कूल और अन्य लोग काम पर नहीं जा पा रहे हैं।

कन्नूर के कक्कड़ क्षेत्र में मुख्य सड़क पूरी तरह जलमग्न हो गई, जिससे यातायात ठप हो गया है।

कासरगोड में तेजस्विनी पूझा सहित प्रमुख नदियां उफान पर हैं, जिसके कारण अधिकारियों ने जलाशयों की ओर जाने के खिलाफ चेतावनी जारी की है।

प्राधिकारियों ने बताया कि जिले के वेल्लारीकुंड इलाके में कम से कम 10 परिवारों को राहत शिविरों में ले जाया गया है।

पथनमथिट्टा जिले में रविवार शाम को भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण एक पेड़ उखड़कर मलयालापुझा में एक घर पर गिर गया जिससे उसमें रहने वाला एक व्यक्ति घायल हो गया।

राज्य में भारी बारिश के कारण रेल यातायात काफी प्रभावित हुआ है।

अधिकारियों के अनुसार, वेनाड और मालाबार एक्सप्रेस तथा यात्री ट्रेन सहित कई रेलगाड़ियां देरी से चल रही हैं।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, केरल में सक्रिय दक्षिणपश्चिम मानसून के कारण पूरे राज्य तथा लक्षद्वीप में व्यापक पैमाने पर बारिश हो रही है।

आईएमडी ने बताया कि आने वाले कुछ घंटों में तिरुवनंतपुरम, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में एक या दो स्थानों पर मध्यम वर्षा और 50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवा चलने की संभावना है।
 

भाषा
मंगलुरु/तिरुवनंतपुरम


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