अहमदाबाद में एअर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना के चार दिन बाद, अब तक डीएनए मिलान के माध्यम से 99 मृतकों की पहचान कर ली गई है और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी समेत 64 लोगों के शव उनके परिजनों को सौंप दिये गए हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

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इस हादसे में 270 लोगों की मौत हो गई।
रूपाणी उन 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में शामिल थे, जो लंदन जाने वाली एअर इंडिया की उड़ान संख्या एआई-171 में सवार थे। यह विमान 12 जून को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उनके पार्थिव शरीर को शहर के सिविल अस्पताल में उनकी पत्नी अंजलि रूपाणी और परिवार के अन्य सदस्यों को सौंप दिया गया।
अधिकारी मृतकों की पहचान करने के लिए डीएनए परीक्षण कर रहे हैं, क्योंकि 12 जून को विमान दुर्घटना में कई लोग इतनी बुरी तरह जल गए थे कि उनके शव पहचाने नहीं जा सके।
सिविल अधीक्षक डॉ राकेश जोशी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अब तक 99 मृतकों की पहचान कर ली गई है और 64 लोगों के शव उनके परिजनों को सौंप दिये गए हैं। ये मृतक गुजरात और राजस्थान के विभिन्न हिस्सों के रहने वाले थे।’’
उन्होंने मृतकों के शोक-संतप्त परिजनों से अपील की कि शवों के अवशेषों से डीएनए मिलान की लंबी प्रक्रिया को लेकर परेशान नहीं हों।
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। कुछ लोग शिकायत कर रहे हैं कि 72 घंटे बाद भी नतीजे नहीं आए हैं। मैं उनसे अपील करता हूं कि वे घबराएं नहीं, क्योंकि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसके कानूनी निहितार्थ हैं। जैसे ही नतीजे आएंगे, हम उन्हें बुला लेंगे।’’
इससे पहले, रविवार को अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधिकारियों ने कहा था कि 250 मृतकों के नमूने डीएनए मिलान के लिए एकत्रित कर लिए गए हैं। मृतकों में विमान में सवार यात्री और चालक दल के सदस्यों के साथ दुर्घटना स्थल पर मारे गए अन्य लोग भी शामिल हैं।
गत बृहस्पतिवार को अपराह्न 1.39 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद के एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। लंदन जाने वाले इस विमान में सवार 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक यात्री चमत्कारिक रूप से बच गया।
दुर्घटना में 29 अन्य लोग भी मारे गए, जिनमें से पांच एमबीबीएस छात्र थे।
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