पुंछ में अमित शाह ने स्थानीय लोगों से की मुलाकात, कहा- हमें नुकसान पहुंचाने वालों को मुंहतोड़ जवाब मिलेगा

Last Updated 30 May 2025 03:35:34 PM IST

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से सीमा पार से की गई गोलाबारी के पीड़ितों से मिलने के लिए शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले का दौरा किया।


‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद शाह का केंद्र शासित प्रदेश का यह पहला दौरा है।

शाह ने कहा कि क्षतिग्रस्त मकानों, व्यवसायों और धार्मिक स्थलों के लिए केंद्र द्वारा जल्द ही एक पैकेज की घोषणा की जायेगी।

पुंछ पहुंचने के तुरंत बाद शाह पाकिस्तानी गोलाबारी में क्षतिग्रस्त हुए गुरुद्वारा सिंह सभा गये। उन्होंने गोलाबारी प्रभावित क्षेत्रों में अन्य स्थानों का भी दौरा किया और लोगों से बातचीत की।



अपनी यात्रा के दौरान शाह ने उन निवासियों और परिवारों से मुलाकात की जिन्होंने गोलाबारी में अपने प्रियजनों को खो दिया है और जिनकी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है।

जम्मू क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर आए शाह ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और दिल्ली के मंत्री मजिंदर सिंह सिरसा के साथ शहर में गोलाबारी प्रभावित स्थानों का दौरा किया। उनका स्वागत ‘भारत माता की जय’ के नारों के साथ किया गया। शाह ने प्रभावित दुकानदारों से भी मुलाकात की।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वालों को ‘‘कड़ा और मुंहतोड़’’ जवाब दिए जाने की चेतावनी देते हुए शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2014 में शुरू हुआ जम्मू कश्मीर का विकास उकसावे भरी हालिया कार्रवाइयों के बावजूद न तो रुकेगा और न ही धीमा पड़ेगा।

शाह ने सीमावर्ती पुंछ जिले से आश्वासन और संकल्प का संदेश देते हुए कहा कि हालिया अशांति के कारण विकास में आई रुकावट क्षणिक है और केंद्र शासित प्रदेश की प्रगति जल्द ही पुन: अपनी गति पकड़ लेगी।

गृहमंत्री ने हालिया भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष के दौरान एक वरिष्ठ अधिकारी के बलिदान की बात स्वीकार करते हुए सशस्त्र बलों और असैन्य प्रशासन की बहादुरी एवं तत्परता की सराहना की।

उन्होंने गोलाबारी के दौरान आम नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया की भी प्रशंसा की।

शाह ने यहां लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर का विकास न तो रुकेगा और न ही धीमा होगा। जो गति 2014 में शुरू हुई थी, वह जारी रहेगी। जो कोई भी हमें नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, उसे कड़ा और मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।’’

शाह ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के पदभार संभालने के तुरंत बाद आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए सीमा पर बंकर बनाने का फैसला किया गया था।

उन्होंने कहा कि अब तक 9,500 से अधिक बंकर बनाए जा चुके हैं, जिन्होंने हाल में आम लोगों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों में आम नागरिकों की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन के समन्वय से आने वाले दिनों में और अधिक बंकर बनाएगी।

शाह ने सीमा क्षेत्र के निवासियों के साथ मजबूती से खड़े होते हुए कहा, ‘‘पूरा देश और भारत एवं जम्मू-कश्मीर की सरकारें आपके साथ चट्टान की तरह खड़ी हैं। आतंकवादियों और पाकिस्तान द्वारा की गई हरकतें भारत की रक्षा नीति को और मजबूत ही करेंगी।’’

शाह ने आतंकवाद पर प्रधानमंत्री मोदी के दृढ़ रुख को दोहराते हुए कहा, ‘‘आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते। आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते। खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।’’

शाह ने शांति और प्रगति पर जोर देते हुए कहा, ‘‘मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि 2014 में शुरू हुआ विकास पूरी ताकत के साथ फिर से आरंभ होगा। जो कोई भी इसे बाधित करने की कोशिश करेगा, उसे कड़ा और मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।’’

शाह ने पुंछ में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों, खासकर पुंछ में भारी गोलाबारी करके ‘‘बेहद निंदनीय कृत्य’’ किया है। उन्होंने कहा कि भारत ने बिना किसी नागरिक को नुकसान पहुंचाए सीमा पार आतंकी ढांचे को निशाना बनाकर जवाबी कार्रवाई की।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने पुंछ में नागरिकों के मकानों, मंदिरों, गुरुद्वारों और मस्जिदों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत ही निंदनीय कृत्य है। पाकिस्तान ने नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया। इस उकसावे वाली कार्रवाई के बाद ही हमारी सेना ने पूरी ताकत और सटीकता से जवाब दिया।’’

शाह ने कहा कि क्षतिग्रस्त मकानों, व्यवसायों और धार्मिक स्थलों के लिए केंद्र जल्द ही एक पैकेज पेश करेगा।

जम्मू-कश्मीर में विकास नहीं रुकेगा; हमें नुकसान पहुंचाने वालों को मुंहतोड़ जवाब मिलेगा: शाह

वह बृहस्पतिवार को जम्मू पहुंचे थे और छह अप्रैल के बाद से जम्मू-कश्मीर की उनकी यह तीसरी यात्रा है।

अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री ने बृहस्पतिवार की रात यहां जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति और वार्षिक अमरनाथ यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।

भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत छह मई की देर रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकवादी ढांचों को ध्वस्त कर दिया था। यह अभियान पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में चलाया गया था। पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।

हजारों लोगों को नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट अपने घरों को छोड़कर सरकारी राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
 

भाषा
पुंछ


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