कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण तीन लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

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उन्होंने बताया कि गुरूवार रात को यहां निकट मोंटेपदावु कोडी में हुए भूस्खलन की चपेट में आने से एक घर के पांच लोग मलबे में दब गए।
अधिकारियों ने बताया कि मलबे से एक महिला व उसके बच्चे को निकाला गया और गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने बताया हालांकि महिला का एक अन्य बच्चा मृत पाया गया।
अधिकारियों के मुताबिक, भारी बारिश और घटनास्थल तक सीमित पहुंच के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और स्थानीय पुलिस मलबे में फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान में जुटी है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन के दौरान घर के अंदर मौजूद एक अन्य महिला मृत पाई गई, जबकि उसका बेटा सीताराम भूस्खलन की आवाज सुनकर बाहर निकल गया और बाल-बाल बच गया।
उन्होंने बताया कि एक अन्य व्यक्ति की पहचान कंटप्पा पुजारी के रूप में हुई है, जो भूस्खलन की चपेट में आने से घायल हो गया और उसे स्थानीय लोगों ने बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया।
चुनौतीपूर्ण मौसम और भू-भाग की स्थितियों के बावजूद बचाव दल प्रयास जारी रखे हुए हैं।
अधिकारियों के अनुसार, मंगलुरु के डेरालाकाटे में एक अन्य घटना में शुक्रवार की सुबह एक मकान की दीवार ढह गई। इस घटना में छह साल की बच्ची की मौत हो गई जिसकी पहचान फातिमा नईम के रूप में हुई है।
राज्य के तटीय क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण अधिकारियों ने क्षेत्र के संवेदनशील इलाकों के लिए चेतावनी जारी की थी।
स्थानीय आपदा प्रतिक्रिया दल और जिला अधिकारियों के समन्वय से राहत एवं बचाव अभियान जारी है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने दक्षिण कन्नड़ जिले में रात भर हुई बारिश के कारण भूस्खलन और दीवार गिरने की घटनाओं की पूरी जानकारी लेने के बाद जिला प्रभारी मंत्री दिनेश गुंडूराव और दक्षिण कन्नड़ जिले के उपायुक्त को तत्काल घटनास्थल पर जाकर निरीक्षण करने, आवश्यक कार्रवाई करने और उन्हें रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने बेंगलुरू के विधान सौध में सभी जिला उपायुक्तों और जिला पंचायतों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान ये निर्देश जारी किए।
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