Cyberabad Police ने नकली नोटों के रैकेट का भंडाफोड़ किया, 13 गिरफ्तार

Last Updated 25 Apr 2023 05:43:35 PM IST

साइबराबाद पुलिस ने तेलंगाना और अन्य राज्यों में नकली भारतीय नोटों का कारोबार करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। साइबराबाद के पुलिस आयुक्त स्टीफन रवींद्र ने मंगलवार को घोषणा की कि उन्होंने 13 सदस्यीय गिरोह को गिरफ्तार किया है और 30.68 लाख रुपये से अधिक के नकली नोट जब्त किए हैं।


नकली नोटों के रैकेट का भंडाफोड़, 13 गिरफ्तार

संयुक्त अभियान में, स्पेशल टास्क फोर्स, लॉ एंड ऑर्डर पुलिस और स्पेशल ऑपरेशंस टीम (एसओटी) साइबराबाद के अधिकारियों ने गिरोह को पकड़ा और 60,500 रुपये के नोट और 13 मोबाइल फोन भी जब्त किए। मुख्य आरोपी कोनेती राजेश और नील दास ओडिशा और त्रिपुरा के रहने वाले हैं। अन्य आरोपी तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के रहने वाले हैं।

तमिलनाडु के सूर्या समेत तीन अन्य आरोपी फरार हैं। रायदुर्गम पुलिस थाने में दर्ज मामले की जांच के दौरान पुलिस को एक होटल सुपरवाइजर की शिकायत पर यह सफलता मिली कि एक ग्राहक राजेश ने कमरा खाली करते समय जाली नोट दिए थे। पुलिस जांच में पता चला कि राजेश और कुछ अन्य लोगों ने एक गिरोह बना लिया था और नकली नोटों को चोरी-छिपे छाप कर बांट रहे थे।

आरोपी राजेश यूट्यूब वीडियो पर कमेंट करता था और इंस्टाग्राम पर पोस्ट करता था कि नकली मुद्रा उपलब्ध है और अकाउंट डीपी में मोबाइल नंबर देता था जिसके माध्यम से अलग-अलग ग्राहक उसके संपर्क में आते हैं और नकली नोट खरीदते हैं। पुलिस आयुक्त ने कहा कि नकली मुद्रा के प्रचलन के लिए विभिन्न निर्माताओं और वितरकों द्वारा एक ही मार्केटिंग का उपयोग किया जाता है।

राजेश और नील दास विभिन्न नकली मुद्रा आपूर्तिकर्ताओं/निर्माताओं जैसे तेलंगाना के रमेश, चरण सिंह और आंध्र प्रदेश के गिरोह और तमिलनाडु के सुरिया के संपर्क में आए। उनसे 1:5 के अनुपात में नकली नोट ले गए। गिरोह के मुख्य सदस्य राजेश और नील दास गिरोह के अन्य सदस्यों को 1:3 के अनुपात में यह कहकर नकली नोटों की आपूर्ति करते थे कि ये नोट मूल मुद्रा के समान हैं। आरोपी ने जिन लोगों को नकली नोट सप्लाई किया, उनसे रात के बाजारों, रेहड़ी-पटरी वालों और छोटी दुकानों में नोटों का इस्तेमाल करने के लिए कहा।

पुलिस के अनुसार, गांवों में छोटी किराने की दुकानों, साप्ताहिक सब्जी बाजारों, पान की दुकानों, शराब की दुकानों, पेट्रोल पंपों, चावल मिलों, इंटरनेट केंद्रों पर मनी ट्रांसफर की दुकानों, दूध की दुकानों, आयोजनों और कॉलेज उत्सवों, कबाड़ की दुकानों, ठेलागाड़ियों और लेबर अड्डों में अत्यधिक प्रचलित हैं।

आईएएनएस
हैदराबाद


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