डीयू: एडमिशन संबंधी परेशानियों के लिए छात्रों व शिक्षकों की विशेष कमेटी

Last Updated 23 Sep 2022 05:13:39 PM IST

दिल्ली विश्वविद्यालय से संबंधित कॉलेजों में छात्रों के प्रवेश संबंधी शिकायतों के समाधान के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। डीयू में अक्टूबर से अंडरग्रेजुएट व पोस्टग्रेजुएट कोर्सिज में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो रही हैं।


इसके मद्देनजर छात्र संगठन सीवीएसएस की एडमिशन कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में दिल्ली विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसर और छात्रों को रखा गया है। इस बार कमेटी द्वारा छात्रों की समस्या का समाधान ऑफलाइन माध्यम से किया जाएगा।

छात्र संगठन सीवीएसएस के अध्यक्ष चंद्रमणि देव ने बताया है कि छात्र दाखिला संबंधी समस्याओं को व्हाट्सएप व फोन के माध्यम से शिकायतें भेज सकते हैं। दाखिला संबंधी समस्याओं के लिए जिन नम्बरों पर कॉल की जा सकती हैं, उनमें प्रोफेसर हंसराज सुमन 9717114595 , प्रोफेसर संगीता मित्तल 9717586587, सोनू चौधरी 9905052529 , ध्रुव गहलोत -8076378293, रवि पांडे 93195 49110, संदीप यादव -7982941393 आदि शामिल हैं। इसके अलावा छात्र ईमेल पर भी अपनी समस्याए सांझा कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त 8588833485 छात्र पर व्हाट्सएप कर अपनी समस्या लिखकर भी बता सकते हैं।

दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) के अध्यक्ष डॉ. हंसराज सुमन का कहना है कि छात्र घर बैठे ही दाखिला संबंधी अपनी औपचारिकताएं पूरी करे। घर में सुरक्षित रहकर अपना प्रवेश संबंधी फॉर्म भरे, फॉर्म भरते समय किसी तरह की कोई दिक्कतें आती है तो वे दिए गए फोन नम्बरों पर या वट्सएप के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया है कि दाखिले के दौरान किसी सर्टिफिकेट या जाति प्रमाण पत्र या किसी तरह की त्रुटि होने पर छात्रों के सामने यदि दिक्कतें आती है तो पहले कॉलेज से संपर्क करें और यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं होता है तो वे दिए गए नम्बरों पर संपर्क कर सकते हैं।

इस टीम में शामिल प्रोफेसर पिछले तीन दशक से दिल्ली विश्वविद्यालय की केंद्रीय प्रवेश समिति ,शिकायत समिति, एससी, एसटी एडमिशन कमेटी ,एससी, एसटी सैल में एडमिशन कमेटी , एडमिशन ग्रीवेंस कमेटी आदि में वर्षो तक रहे हैं उन्हें छात्र प्रवेश की गहरी जानकारी है। सीवाईएसएस ने बताया है कि सबसे ज्यादा शिकायतें एससी, एसटी, ओबीसी कोटे के जाति प्रमाण पत्रों की आती है । इसके अलावा सामान्य वर्गो के बराबर मार्क्‍स होने पर उन्हें कोटे में एडमिशन देना, ओबीसी सर्टिफिकेट का रिन्यू न होना या किसी अन्य राज्यों के जाति प्रमाण पत्रों को लेकर सबसे ज्यादा समस्या आती है। लेकिन इन सभी समस्याओं का समाधान उन्होंने समय पर किया है।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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