डीटीसी की 1000 बसों की खरीद व रखरखाव में घोटाले की जांच का मामला
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा रविवार को दिन में किए गए एक ट्वीट को लेकर भाजपा हमलावर हो गई है।
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मुख्यमंत्री ने एक न्यूज चैनल की खबर के हवाले से ट्वीट किया है कि डीटीसी बस घोटाले के मामले में दिल्ली सरकार को क्लीन चिट मिल गई है। इस ट्वीट के जवाब में इस कथित घोटाले के शिकायतकर्ता एवं वरिष्ठ भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने मुख्यमंत्री के दावे को संदिग्ध करार दिया है। उन्होंने अपने जवाबी ट्वीट में कहा है कि डीटीसी बस घोटाले की जांच के लिए सीबीआई ने सितंबर 2021 में ही प्रारंभिक जांच दर्ज की थी।
दरअसल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को दिन में एक ट्वीट किया, जिसमें एक न्यूज चैनल की खबर के हवाले से कहा गया है कि ‘डीटीसी बस मामले में आप सरकार को मिली क्लीन चिट, टेंडर में कोई गड़बड़ी नहीं: सूत्र।
मुख्यमंत्री के इस दावे को लेकर हमलावर हुए भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने मुख्यमंत्री केजरीवाल द्वारा किए गए दिल्ली परिवहन निगम बस खरीद मामले में उनकी सरकार को क्लीन चिट मिलने व टेंडर प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी न मिलने से संबंधित ट्वीट को पूर्ण रूप से संदिग्ध बताया है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार की शराब नीति घोटाला चर्चा में है। ऐसे समय में डीटीसी बस खरीद घोटाले में एक साल पहले छपी खबर को ट्वीट करना मुख्यमंत्री केजरीवाल की भूमिका को संदिग्ध दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि दिल्ली परिवहन निगम बस घोटाले में केंद्रीय भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा सितम्बर 2021 में ही प्राथमिकी दर्ज कर ली गई थी।
गुप्ता ने बताया कि दिल्ली परिवहन निगम बस घोटाले में जिस तीन सदस्य समिति से दिल्ली के पूर्व उप राज्यपाल अनिल बैजल द्वारा मामले की जांच कराई गई थी। उसने बसों की खरीद व रखरखाव मामले मे गड़बड़ियां पाई थीं तथा बसों के वार्षिक रखरखाव के अनुबंध को रद्द करने की सिफारिश की थी। इतना ही नहीं इस टेंडर में कई खामियों तथा नियमों के उल्लंघन के पुख्ता सबूत भी मिले थे।
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