अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया नौ पैसे मजबूत होकर 88.11 (अस्थायी) पर बंद हुआ। अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता को लेकर उम्मीद बंधने के चलते रुपये में तेजी आई।

|
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के संभावित हस्तक्षेप से भी घरेलू मुद्रा को अस्थिरता को नियंत्रित करने और तेज मूल्यह्रास को रोकने में मदद मिली।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया 88.22 पर खुला। कारोबार के दौरान 88.34 के निचले स्तर और 88.06 के उच्च स्तर तक गया। अंत में, घरेलू मुद्रा 88.11 (अस्थायी) पर बंद हुई, जो पिछले बंद भाव से नौ पैसे अधिक है।
बृहस्पतिवार को, डॉलर के मुकाबले रुपया 35 पैसे टूटकर 88.20 पर बंद हुआ था।
मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन द्वारा कुछ आयातों पर लगाए गए दंडात्मक शुल्क को 30 नवंबर के बाद वापस लिए जाने की उम्मीद जताये जाने के बाद अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता को लेकर उम्मीद बढ़ी है।
नागेश्वरन ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अमेरिका के साथ शुल्क संबंधी मुद्दों का समाधान अगले आठ से दस हफ्तों में निकल आएगा।
उन्होंने बृहस्पतिवार को कोलकाता में भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक संवाद सत्र में कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि नवंबर के अंत तक दंडात्मक शुल्क हटा लिया जाएगा।’’
इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.17 प्रतिशत बढ़कर 97.51 पर पहुंच गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.59 प्रतिशत की गिरावट के साथ 67.04 डॉलर प्रति बैरल पर रहे।
घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर, सेंसेक्स 387.73 अंक टूटकर 82,626.23 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 96.55 अंक गिरकर 25,327.05 पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को शुद्ध आधार पर 366.69 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
| | |
 |