Jahangirpuri Violence: दिल्ली के जहांगीरपुरी में ड्रोन से की जा रही है निगरानी, शूटर सोनू गिरफ्तार

Last Updated 19 Apr 2022 10:18:00 AM IST

उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी में 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान हुई हिंसक झड़पों के तीन दिन बाद भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। हिंसा प्रभावित क्षेत्र कड़ी सुरक्षा घेरे में है।


अत्यधिक बैरिकेडिंग और अर्धसैनिक बलों के साथ पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। आसपास की कई दुकानें अभी भी बंद हैं।

पुलिस ने क्षेत्र को पांच सेक्टरों 1, 2, 3, 4 और 5 में विभाजित किया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में क्षेत्र को प्रभावी ढंग से सुरक्षित किया जा सके। हर सेक्टर में पुलिस कर्मियों का नेतृत्व अतिरिक्त डीसीपी कर रहे हैं।

सांप्रदायिक हिंसा का मामला क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर किया गया। जिसके बाद मामले की सभी पहलुओं की जांच के लिए लगभग 14 टीमों का गठन किया गया।

आधिकारिक तौर पर पता चला कि क्राइम ब्रांच ने जांच तेज कर दी है और इलाके में तलाशी अभियान चला रही है। दिल्ली पुलिस ने एक 28 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसने 16 अप्रैल को उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी में सांप्रदायिक झड़पों के दौरान कथित तौर पर गोलियां चलाई थीं।  एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। आरोपी की पहचान जहांगीरपुरी के सी ब्लॉक निवासी इमाम उर्फ सोनू उर्फ यूनुस के रूप में हुई है।

 पुलिस गुल्ली नाम के एक व्यक्ति की तलाश कर रही है क्योंकि पुलिस ने जांच में पाया है कि उसने इमाम उर्फ सोनू उर्फ यूनुस को अवैध बंदूक दी थी। इसी बंदूक से सांप्रदायिक झड़पों के दौरान गोलियां चलाई गई थीं।

 

आरोपी इमाम को उत्तर पश्चिमी जिला पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने एक दिन पहले गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपी इमाम ने खुलासा किया कि हिंसा के दौरान कुशल चौक के पास उसने अपनी पिस्टल से फायरिंग की थी।

 



पुलिस ने सोनू नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया जिसने कथित तौर पर पुलिस पर गोलियां चलाई थीं।

डीसीपी (उत्तर-पश्चिम), उषा रंगनानी ने कहा कि रविवार से सोशल मीडिया पर एक वीडियो प्रसारित किया जा रहा था, जिसमें वही आदमी (नीले कुर्ते वाला) झड़प के दौरान गोलियां चला रहा था। डीसीपी ने कहा, "उसे उत्तरी-पश्चिमी जिला पुलिस के विशेष स्टाफ ने पकड़ लिया है।"

इमाम के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसने 16 अप्रैल की झड़प के दौरान कुशाल चौक के पास अपनी पिस्टल से फायरिंग की थी।

इससे पहले दिन में जब पुलिस जांच के लिए उनके घर गई तो इमाम के परिवार वालों ने पथराव किया था।

रंगनानी ने कहा, "मामले की जांच के लिए उत्तरी-पश्चिमी जिले की एक पुलिस टीम सी.डी. पार्क रोड पर कथित शूटर के घर उसके परिवार के सदस्यों से पूछताछ करने गई थी।" हालांकि जब पुलिस वहां पहुंची तो परिजनों ने उन पर पथराव कर दिया। घटना के दौरान निरीक्षक सतेंद्र खारी के दाहिने टखने में चोट लग गई, क्योंकि उनमें से एक पत्थर उन्हें लगा।

इसके बाद, पुलिस ने जहांगीरपुरी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत एक अलग प्राथमिकी दर्ज की और आरोपी के एक रिश्तेदार की पहचान सलमा के रूप में की गई।

अधिकारी ने कहा कि वह जांच में शामिल हो गई हैं।

ऐसे मामले में जो कोई शामिल हुआ, उस पर किसी कानूनी प्रावधान के तहत मामला दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन उसे इस शर्त पर रिहा कर दिया गया है कि वह आगे की जांच के लिए पुलिस के सामने पेश होगा।

आईएएनएस/भाषा
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment