दिल्ली सरकार के अस्पतालों में नियुक्त होंगे मैनेजर
दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों में मैनेजर नियुक्त करने का फैसला लिया है. अभी मैनेजर के 92 पद सृजित होंगे.
दिल्ली सरकार के अस्पतालों में नियुक्त होंगे मैनेजर |
ये पद अभी एक साल के लिए होंगे जिन्हें बाद में और समय के लिए बढ़ाया जा सकेगा.
अभी दिल्ली सरकार के अस्पतालों में मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, मेडिकल डायरेक्टर, डाक्टर, नर्स, पैरामेडिकल व फार्मासिस्ट जैसे पद हैं जिनके पास मरीज का इलाज व अस्पताल का प्रशासनिक कार्य दोनों जिम्मेवारी है. हाउस कीपिंग, सैनिटेशन व किचन सर्विस जैसे कामों को बेहतर ढंग से चलाने के लिए हास्पिटल मैनेजर की नियुक्ति की जाएगी. मैनेजर की भर्ती स्टोर, फेसिलिटी मैनेजमेंट, केयर टेंिकग व मरीज को सुविधा देने के लिए की जाएगी.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में अस्पतालों में मैनेजर नियुक्त करने का फैसला लिया गया. इसके बाद नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. सभी मैनेजर की योग्यता एमबीए रखी जाएगी व उन्हें 40 हजार रुपए प्रति माह का वेतन दिया जाएगा. इसी प्रकार असिस्टेंट मैनेजर भी भर्ती किए जाएंगे व उनकी योग्यता बीबीए रखी जाएगी.
दिल्ली सरकार ने पिछले वर्ष ही अस्पतालों में मैनेजर भर्ती करने की योजना बनाई लेकिन आज मंत्रिमंडल की बैठक में इस योजना पर मुहर लगी. दिल्ली सरकार के पास करीब चालीस अस्पताल हैं. इन अस्पतालों का प्रशासनिक काम मेडिकल सुपरिंटेंडेंट के जिम्मे होता है. नए नियम के अनुसार डाक्टर का काम क्लिनिकल मामलों तक सीमित किया जाएगा. यानि मरीज देखने, भर्ती करने, दवा की सुविधा व शल्य चिकित्सा जैसे काम डाक्टर के पास रहेंगे.
अस्पताल के मैनेजर के जिम्मे पूरे परिसर की देखभाल, सफाई व्यवस्था, सैनिटेशन व भीड़ नियंत्रण के साथ सुरक्षा इंतजाम व हाउस कीपिंग का भार दिया जाएगा. यानि क्लीनिक कार्य के अलावा अन्य काम का जिम्मा मैनेजर को दिया जाएगा. उन्हें 40 हजार रुपए का वेतन दिया जाएगा. यह दिल्ली सरकार का नया प्रयोग है. इसी प्रकार का प्रयोग सरकारी स्कूलों में किया गया है जहां मैनेजर नियुक्त किए गए हैं व प्रधानाचार्य का काम शिक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त करना है जबकि स्कूल परिसर की सफाई व सुरक्षा का जिम्मा मैनेजर के पास है. इसी तर्ज पर अस्पतालों में मैनेजर नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द शुरू हो जाएगी.
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