भाजपा ने राज्यपाल के सामने विधायकों की परेड कराई
मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच भाजपा ने सोमवार को राज्यपाल के सामने अपने विधायकों की परेड कराई। पार्टी ने कमलनाथ सरकार को अल्पमत करार देते हुए कार्रवाई की मांग की। इस पर राज्यपाल ने विधायकों को उनके साथ न्याय हेाने का भरोसा दिलाया है।
मध्य प्रदेश भाजपा विधायकों की परेड |
विधानसभाध्यक्ष एन. पी. प्रजापति ने सोमवार को शुरू हुए विधानसभा सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण समाप्त होने के बाद कोरोनावायरस के चलते विधानसभा की कार्यवाही 26 मार्च तक स्थगित कर दी। इसके खिलाफ भाजपा ने राजभवन का रुख किया।
भाजपा ने 106 विधायकों का समर्थन-पत्र राज्यपाल को सौंपा, साथ ही विधायकों की परेड कराई। भाजपा के पास 107 विधायक हैं। लेकिन एक विधायक का नाम समर्थन पत्र में क्यों नहीं है, और वह विधायक कौन हैं, इस बारे में भाजपा का कोई भी नेता बोलने को तैयार है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ की सरकार अल्पमत में है और उसे सिर्फ 92 विधायकों का समर्थन हासिल है, जबकि भाजपा के पास बहुमत है।
शिवराज ने कहा, "भाजपा ने राज्यपाल के सामने विधायकों को प्रस्तुत किया। जबकि कमलनाथ सरकार बहुमत साबित करने से भाग रही है। राज्यपाल ने आश्वस्त किया है कि विधायकों के संवैधानिक हितों की रक्षा करेंगे। हम लोगों ने इस मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाया है।"
इसके पहले राज्य विधानसभा का बजट सत्र राज्यपाल लालजी टंडन के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ। राज्यपाल ने अभिभाषण का एक पैरा ही पढ़ा। उसके बाद हंगामा हुआ तो कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित की गई। फिर कोरोनावायरस को ध्यान में रखकर कार्यवाही 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई।
भाजपा ने विधानसभा की कार्यवाही 26 मार्च तक के लिए स्थगित किए जाने का विरोध किया है। इसी को लेकर भाजपा विधायक बस में सवार होकर राजभवन पहुंचे। भाजपा के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कमलनाथ सरकार को अल्पमत की सरकार दरार दिया है।
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