तकनीकी समस्या के कारण लगभग एक महीने से यहां फंसे ब्रिटिश रॉयल नेवी के एफ-35 लड़ाकू विमान को रविवार को मरम्मत के लिए निर्धारित स्थान पर स्थानांतरित किया गया। हवाई अड्डा के सूत्रों ने यह जानकारी दी।

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सूत्रों ने बताया कि विमान की मरम्मत करने के लिए विशेष रूप से आई ब्रिटिश इंजीनियर की टीम खामी का आकलन करेगी।
उन्होंने बताया कि ब्रिटेन से एक इंजीनियरिंग टीम ब्रिटिश रॉयल नेवी एफ-35बी लाइटनिंग लड़ाकू विमान का आकलन और मरम्मत करने के लिए रविवार को यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची।
ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने हवाई अड्डे पर इंजीनियरिंग टीम के पहुंचने की पुष्टि की।
प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘ब्रिटेन की एक इंजीनियरिंग टीम को एफ-35बी विमान का आकलन और मरम्मत करने के लिए तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भेजा गया है।’’
प्रवक्ता के मुताबिक ब्रिटेन ने हवाई अड्डे के रखरखाव मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) केंद्र में विमान को ले जाने की पेशकश स्वीकार कर ली है और संबंधित अधिकारियों के साथ व्यवस्था को अंतिम रूप देने के लिए चर्चा कर रहा है।
इस बीच, हवाईअड्डा सूत्रों ने बताया कि लड़ाकू विमान को एमआरओ में ले जाया गया है।
ब्रिटिश उच्चायोग के मुताबिक, ‘‘ब्रिटेन भारतीय अधिकारियों और हवाईअड्डा टीम के निरंतर समर्थन और सहयोग के लिए बहुत आभारी है।’’
इस विमान की कीमत लगभग 11 करोड़ अमेरिकी डॉलर है जिसे दुनिया के सबसे उन्नत लड़ाकू विमानों में से एक माना जाता है।
यह विमान 14 जून को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपात स्थिति में उतरा था।
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