मौसम के तेवर हुए गर्म, लू से रहे सावधान, मौसम विभाग की चेतावनी जारी
मौसम विभाग की तरफ से बताया गया है इस साल गर्मी लोगों को ज्यादा परेशान कर सकती है। आशंका है कि इस साल अप्रैल से जून के बीच अधिकतम तापमान में बढ़तरी हो सकती है।
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इस साल आशंका जताई जा रही है कि हीट वेव,लू के ज्यादा दिनों तक चलने की संभावना है।
मौसम विभाग ने सोमवार को हीटवेव को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में लगातार तापमान बढ़ने से लू जैसी स्थिति बन रही है।
मौसम विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि आने वाले दिनों में तापमान में और अधिक बढ़ोतरी होगी। अगले कुछ दिनों में ही अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच सकता है। इस बार सबसे अधिक गर्मी पडऩे के आसार हैं।
मौसम विभाग के अनुमान का असर अभी से कई राज्यों में दिखने लगा है। बिहार में पछुआ हवा और सूरज की तेज किरणों के कारण अप्रैल के महीने में ही अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल ओडिशा आंध्र प्रदेश और बिहार के कुछ भागों में लू का कहर जारी रहने की आशंका है।
अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच सकता है। इस बार सबसे अधिक गर्मी पडऩे के आसार हैं।
पश्चिम बंगाल ओडिशा आंध्र प्रदेश और बिहार के कुछ भागों में गर्मी और लू का कहर शुरू हो गया है।
जारी गर्मी को देखते हुए बंगाल सरकार की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है।
कोलकाता के अलावा हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुड़ा, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर समेत जंगलमहल में तापमान 30 डिग्री से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच है। मौसम विभाग ने इन सभी जिलों में लू चलने का अलर्ट जारी किया है। जारी गर्मी के बीच पश्चिम बंगाल के स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं। ये नियम आज यानी 17 अप्रैल से लागू होगा और 23 अप्रैल 2023 तक लागू रहेगा यानी इस डेट तक स्कूल बंद रहेंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि 'भीषण' लू की स्थिति के मद्देनजर राज्य में अगले सप्ताह सभी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैं लोगों से दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक धूप में निकलने से बचने का भी अनुरोध करूंगी।
बिहार में भी तापमान में वृद्धि के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है। मौसम विभाग ने 15 अप्रैल से हीट वेव की चेतावनी देते हुए तापमान में और वृद्धि की संभावना जता दी है। इधर, हीट वेव के मद्देनजर पटना जिला प्रशासन ने स्कूलों के समय में परिवर्तन करने के निर्देश दिए हैं।
बढ़ती गर्मी और लू के कारण कई बिमारियों के सामने आने की संभावना जताई जा रही है।
इस साल गर्मी के जमकर कहर मचाने की आशंका के बीच गर्मी के मौसम में होने वाली बीमारियों के संबंध में केंद्र सरकार ने पहले ही एडवाइजरी भी जारी कर दी है।
गर्मी के सीजन को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गर्मी से जुड़ी बीमारियों को लेकर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट किया है। देश के कुछ जगहों पर तापमान में असामान्य वृद्धि के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइजरी , संभावित लू से बचाव के लिए क्या करें और क्या ना करें जारी कर चुकी है ।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि उच्च प्रोटीन वाले भोजन और गर्मी के चरम घंटों के दौरान खाना पकाने से बचें। विशेष रूप से दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच धूप में न निकलें। प्यास न लगने पर भी जब भी संभव हो पर्याप्त मात्रा में पानी पिए।
लगातार बढ़ते पारा और लू को लेकर बरती गई लापरवाही आपको कई तरह की बीमारियों का शिकार बना सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों से गर्मी से बचाव वाले उपाय करते रहने की अपील करते हैं।
अध्ययनों से पता चलता है कि बढ़ता तापमान कई तरह के रोगजनकों के पनपने और बीमारियों को फैलाने के लिए कारण बन सकता है। पेट से लेकर आंख और त्वचा तक यह मौसम हम सभी के लिए कई तरह से चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी आयुवर्ग के लोगों को गर्मियों में होने वाली बीमारी से बचाव करते रहने की आश्यकता है।
बता दें कि इस मौसम में किन स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा सबसे अधिक बढ़ जाता है। :-
हीटस्ट्रोक
हीट स्ट्रोक को मेडिकल टर्म में 'हाइपरथर्मिया' कहते हैं और यह गर्मी के मौसम में होने वाली सबसे कॉमन बीमारी है। लंबे समय तक बाहर धूप में या गर्म तापमान में रहने की वजह से यह बीमारी होती है। शरीर की ठंडी होने की क्षमता में कमी के कारण होने वाली स्थिति, जिससे मिनटों के अंदर शरीर का तापमान बढ़ जाता है, हीट स्ट्रोक कहलाती है। यह एक आपातकालीन स्थिति होती है, जिसमें शरीर का उच्च तापमान, कोमा, भ्रम, दौरे और मृत्यु जैसे लक्षण शामिल हैं।
फूड पॉइजनिंग
गर्मी की सबसे आम बीमारियों में से एक है- फूड पॉइजनिंग। दूषित भोजन या पानी के सेवन के कारण होने वाली यह समस्या लोगों को गंभीर रूप से बीमार कर सकती है। गर्मी के दिनों में बढ़े तापमान के कारण भोजन पर बैक्टीरिया, वायरस, विषाक्त पदार्थ तेजी से पनपने लगते हैं जो शरीर में प्रवेश करने के बाद पेट दर्द,दस्त या उल्टी जैसी समस्याओं का कारण बनते हैं।
डिहाइड्रेशन
इससे बचाव के लिए बासी भोजन, या ऐसे किसी भी चीज को खाने से बचें जो पुरानी हो या फिर जिसमें अस्वच्छता की थोड़ा भी संदेह हो। डिहाइड्रेशन यानी की शरीर में पानी की कमी होना एक आम समस्या है, अगर इसपर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो इसके कई तरह की स्वास्थ्य समस्याए पैदा हो सकती है। गर्मियों के दौरान पसीने के रूप में शरीर से बहुत सारा पानी निकल जाने के कारण, इसी अनुपात में अगर पानी न पीने ले शरीर में पानीकी कमी हो सकती है। इससे कमजोरी, थकान, रक्तचाप की समस्या, बुखार जैसी दिक्कतें हो जाती हैं।
पीलिया
पीलिया भी एक गंभीर बीमारी है जिससे आपको गर्मी के महीनों में सावधान रहने की जरूरत है। यह दूषित भोजन या पानी का सेवन करने से हो सकती है। पीलिया की स्थिति में लिवर का सामान्य कामकाज भी प्रभावित हो जाता है। इस स्थिति में त्वचा-आंखों में पीलापन, पेशाब के रंग में पीलापन की दिक्कत होने लगती है।
आंखों की समस्या
सूरज की तेज किरण और बढ़ती गर्मी के कारण आंखों से संबंधित समस्याओं का होना काफी सामान्य है। इस मौसम में लोगों को आंखों में एलर्जी, लालिमा, जलन और चुभन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
टायफाइड
टायफाइड :टायफाइड एक ऐसी बीमारी है जो दूषित पानी पीने से होती है। आमतौर पर जब संक्रमित बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करता है तब टायफाइड की समस्या होती है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी से अभी राहत मिलने की संभावना नहीं है।
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