भारतीय उच्चायोग में तोड़-फोड़ अस्वीकार्य : भारत
भारत ने लंदन में पाकिस्तान द्वारा उकसाए गए तत्वों की ओर से अनियंत्रित विरोध प्रदर्शन और भारतीय उच्चायोग में संगठित तोड़-फोड़ की घटना को 'अस्वीकार्य' बताया है।
लंदन के भारतीय उच्चायोग में तोड़-फोड़ |
ब्रिटिश सरकार को घटना में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने और भारतीय उच्चायोग व इसके कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा है। लंदन में हजारों पाकिस्तानियों ने मंगलवार को भारतीय उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन किया था और उच्चायोग की इमारत पर पत्थर और अंडे फेंके थे, जिससे इमारत की एक खिड़की टूट गई थी।
घटना के एक दिन बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, "हम लंदन में पाकिस्तान द्वारा उकसाए हुए तत्वों की ओर से अनियंत्रित विरोध प्रदर्शन और भारतीय उच्चायोग की संपत्ति को संगठित रूप से क्षतिग्रस्त करने की घटना को लेकर काफी चिंतित हैं।"
उन्होंने कहा, "एक महीने से भी कम समय में इस तरह की यह दूसरी घटना हुई है, जिससे हमारे उच्चायोग की सुरक्षा और सामान्य कामकाज प्रभावित हुआ है।"
कुमार ने कहा, "हम इन घटनाओं को अस्वीकार्य मानते हैं और ब्रिटिश सरकार से घटना में संलिप्त लोगों के खिलाफ जरूरी कदम उठाने और हमारे उच्चायोग के सामान्य कामकाज और हमारे कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करते हैं।"
मंगलवार को हजारों की संख्या में ब्रिटिश पाकिस्तानियों ने लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन किया और पाकिस्तान व आजाद कश्मीर के झंडे लहराए। प्रदर्शनकारियों ने भारत के खिलाफ नारे लगाए और आयोग की इमारत पर पत्थर व अंडे फेंके।
कश्मीर मार्च की अगुवाई कर रहे ब्रिटिश लेबर सांसद लियाम बायर्ने ने ट्वीट किया, "आज हजारों लोगों ने मिस्टर मोदी को स्पष्ट संदेश देने के लिए डॉउनिंग स्ट्रीट से भारतीय उच्चायोग तक मार्च किया कि -आप कश्मीर के लोगों की आवाज दबा नहीं सकते।"
वहीं पाकिस्तान मूल के लंदन के मेयर सादिक खान ने बुधवार को ट्वीट किया, "यह अस्वीकार्य है। मैं इस गैरजिम्मेदाराना आचरण की कड़ी निंदा करता हूं और मैंने कार्रवाई करने के लिए इस मामले को पुलिस के समक्ष उठाया है।"
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