आपातकाल के 44 साल: 'आज ही के दिन राजनीतिक हितों के लिए की गई थी लोकतंत्र की हत्या'

Last Updated 25 Jun 2019 10:46:13 AM IST

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को आपातकाल की 44वीं बरसी के मौके पर इसका विरोध करने वाले सभी नेताओं और नागरिकों को नमन किया।


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (फाइल फोटो)

मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘भारत उन सभी महान लोगों को सलाम करता है जिन्होंने आपातकाल का दृढ़तापूर्वक विरोध किया। भारत की लोकतांत्रिक प्रकृति ने एक सत्तावादी मानसिकता पर महत्वपूर्ण विजय प्राप्त की।’’

इसके साथ उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया।

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आपातकाल का विरोध करने वालों को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, ‘‘1975 में आज ही के दिन मात्र अपने राजनीतिक हितों के लिए देश के लोकतंत्र की हत्या की गयी। देशवासियों से उनके मूलभूत अधिकार छीन लिए गए, अखबारों पर ताले लगा दिए गए। लाखों राष्ट्रभक्तों ने लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने के लिए अनेकों यातनाएं सहीं। मैं उन सभी सेनानियों को नमन करता हूं।’’

भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र पर एक काला धब्बा करार देते हुए ट्वीट किया, ‘‘वर्ष 1975 में, आज के दिन निहित राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए तत्कालीन सरकार द्वारा की गयी आपातकाल की घोषणा, भारत के महान लोकतंत्र पर काला धब्बा है। मैं नमन करता हूं, उन सत्याग्रहियों को जिन्होंने माबूती से इस अंधकाल में लोकतंत्र की आग को जलाये रखा था।’’

गौरतलब है कि आज से 44 साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को देश में आपातकाल लागू करने की घोषणा की थी जो कि 21 मार्च 1977 तक रहा था।

वार्ता
नयी दिल्ली


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