बजट सत्र: तीसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ा
पीएनबी धोखाधड़ी मामले, आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम को लागू करने, कावेरी मुद्दे सहित कई अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस और अन्य दलों के भारी हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही आज लगातार तीसरे दिन भी बाधित रही.
![]() संसद (फाइल फोटो) |
बजट सत्र के दूसरे चरण के तीसरे दिन भी हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही आज एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई.
आज कार्यवाही आरंभ होते ही कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने पीएनबी धोखाधड़ी मामले को उठाते हुए नारेबाजी करने लगे. कांग्रेस और तृणमूल के सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन निकट पहुंच गए.
वहीं, आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम को पूरी तरह लागू करने और विशेष पैकेज की मांग को लेकर तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्य भी नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंच गए. उनके हाथों में तख्तियां थीं और वे ‘वी वांट जस्टिस’ के नारे लगा रहे थे. वाईएसआर कांग्रेस के सदस्यों ने भी इसी मुद्दे को लेकर नारेबाजी की.
अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड के गठन की मांग को उठाया और आसन के समीप जाकर नारेबाजी की.
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के सदस्यों ने भी राज्य में आरक्षण कोटे में बढ़ोतरी के मुद्दे पर अपनी मांग को लेकर लोकसभा अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी की.
शिवसेना के सदस्य मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहे थे. माकपा के सदस्यों ने त्रिपुरा में लेनिन की प्रतिमा गिराए जाने के मामले को उठाया और नारेबाजी की.
शोर शराबा थमता नहीं देख सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. 12 बजे दोबारा कार्यवाही शुरू होने पर भी हंगामा जारी रहा जिसके चलते कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई.
इन्हीं मुद्दों को लेकर सोमवार और मंगलवार को भी सदन की कार्यवाही बाधित हुई थी और पूरे दिन के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी.
राज्यसभा में भी जारी रहा हंगामा
पीएनबी घोटाला मामले, कुछ राज्यों में प्रख्यात हस्तियों की प्रतिमाओं को कथित तौर पर क्षतिग्रस्त किए जाने, कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन, आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज देने की मांग जैसे विभिन्न मुद्दों पर राज्यसभा में आज कांग्रेस सहित अन्य दलों के सदस्यों ने भारी हंगामा किया. इस वजह से सदन की बैठक आज एक बार के स्थगन के बाद दोपहर करीब दो बजे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई.
सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ समय बाद ही कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने इन मुद्दों पर हंगामा शुरू कर दिया. बैठक शुरू होने पर सभापति एम वैंकेया नायडू ने उच्च सदन के पूर्व सदस्य जिनेन्द्र कुमार जैन के निधन का जिक्र किया और सदन की ओर से दिवंगत पूर्व सदस्य को श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए गए. इसके बाद नायडू ने वाणिज्य और उद्योग मंत्री सी आर चौधरी से मंत्रालय से संबंधित अनुदान मांगों के बारे में एक बयान देने को कहा.
मूर्तियां तोड़ा जाना विवेकहीन कृत्य: नायडू
नायडू ने कहा कि मंत्री के बयान से पहले वह कहना चाहते हैं कि कुछ राज्यों में जानी मानी हस्तियों की मूर्तियों को कथित तौर पर क्षतिग्रस्त किए जाने की खबरें उनके संज्ञान में आई हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं चाहे पश्चिम बंगाल में हों, त्रिपुरा में हों या तमिलनाडु में हों, सही नहीं हैं. यह विवेकहीन कृत्य है और ऐसा नहीं किया जाना चाहिए. नायडू के इतना कहते हुए कांग्रेस, द्रमुक, अन्नाद्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, माकपा आदि दलों के सदस्य अपने स्थानों पर खड़े हो गए और प्रतिमाओं के साथ कथित छेड़छाड़ की घटनाओं को लेकर विरोध जताने लगे. सभापति ने इन सदस्यों से शांत रहने और कार्यवाही आगे चलने देने को कहा.
इसी बीच तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा), कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस के सदस्यों ने आंध्र प्रदेश के लिये विशेष पैकेज, अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन और कांग्रेस तथा तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने पीएनबी घोटाला मामले में आरोपी नीरव मोदी को देश में वापस लाने की मांग करते हुये आसन के सामने आ कर नारेबाजी शुरू कर दी.
नायडू ने कहा कि बैंक घोटाला, आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज, कावेरी प्रबंधन बोर्ड का गठन बड़े और महत्वपूर्ण मुद्दे हैं और वह इन पर चर्चा कराने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि पूरा देश इन मुद्दों पर बहस चाहता है. उन्होंने आसन के सामने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और कार्यवाही आगे चलने देने की अपील की. लेकिन सदन में व्यवस्था नहीं बनते देख उन्होंने बैठक 11 बज कर करीब दस मिनट पर ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. दो बजे कार्यवाही शुरू होने पर भी हंगामा जारी रहा जिसके चलते कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई.
गौरतलब है कि सोमवार को दक्षिण त्रिपुरा के बेलोनिया में लेनिन की प्रतिमा बुल्डोजर की मदद से गिरा दी गई. त्रिपुरा में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत हुई है और पिछले 25 साल से राज्य में चला आ रहा वाम शासन समाप्त हो गया. तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में कल रात समाज सुधारक और द्रविड़ आंदोलन के प्रणोता ई वी रामासामी पेरियार की प्रतिमा कथित रूप से क्षतिग्रस्त कर दी गई. उधर पश्चिम बंगाल से श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा को निशाना बनाया गया.
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