नोटबंदी की बरसी पर 'लुटेरे' मना रहे हैं 'लूट का जश्न': कांग्रेस
कांग्रेस ने नोटबंदी को देश का सबसे बड़ा घोटाला और अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ने वाला फैसला करार देते हुए आज कहा कि 'लुटेरों' को इसकी बरसी पर 'लूट का उत्सव' मनाने की बजाय बताना चाहिए कि उसके इस निर्णय से देश को क्या हासिल हुआ है.
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला (फाइल फोटो) |
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुष्मिता देव, सेवादल प्रमुख मनोहर जोशी, युवक कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा तथा प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने यहां पार्टी मुख्यालय में नोटबंदी के एक साल पूरा होने पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में आरेाप लगाया है कि एक साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का जो फैसला लिया था उसने देश में तालाबंदी, आर्थिक अराजकता, संगठित लूट हुई और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को घोटाला करने में आसानी हुई है.
उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबंदी के निर्णय से ठीक पहले भाजपा तथा उसके नेताओं ने देश के विभिन्न हिस्सों में सैकड़ों करोड़ रुपए की जमीन खरीदी और करोड़ों रुपए खातों में जमा कराये. नोटबंदी से महज एक माह पहले तीन लाख करोड़ रुपए के फिक्सड डिपॉजिट कराए गए थे. कोलकाता और अहमदाबाद के बैंकों में पार्टी तथा उसके नेताओं के खातों में करोड़ों रुपए जमा कराए गए. यह बड़ी 'लूट' थी लेकिन कांग्रेस द्वारा बार बार जांच की मांग के बावजूद इसकी जांच नहीं करायी गयी. उन्होंने सवाल किया कि यह धन कहां से आया.
सुरजेवाला ने कहा कि 'न खाऊंगा न खाने दूंगा' की बात करने वाले नोटबंदी के नाम पर देश की अर्थव्यवस्था तथा लोगों का रोजगार खा गए और अब जश्न मना रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोगों के आंसू पोंछने की बजाय नोटबंदी की बरसी पर 'लुटेरे' अब 'लूट का उत्सव' मना रहे हैं. नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था को तीन लाख करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान पहुंचाने, संगठित क्षेत्र में 15 लाख लोगों और असंगठित क्षेत्र में 3.72 करोड़ लोगों की नौकरी खाने वाले इस मनमाने फैसले पर गलती मानने और पछतावा करने की बजाय जश्न मना रहे हैं.
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