परीक्षा और पीटीएम टालने के लिए छात्र ने की प्रद्युम्न की हत्या: CBI

Last Updated 08 Nov 2017 11:12:29 AM IST

गुरुग्राम में रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए प्रद्युम्न मर्डर केस में नया मोड़ आ गया है. सीबीआई ने इसी स्कूल में पढ़ने वाले 11वीं के एक छात्र को हिरासत में लिया है.


सीबीआई का कहना है कि परीक्षा और पीटीएम टालने के लिए 11वीं के एक छात्र ने ही प्रद्युम्न की हत्या की. सीबीआई ने साक्ष्यों के आधार पर आरोपी छात्र को कल देर रात हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की थी. वहीं आरोपी छात्र के पिता ने आरोप लगाया है कि उसके बेटे को फंसाया जा रहा है.

रेयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले सात साल के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की आठ सितंबर को गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में बस कंडक्टर अशोक समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने कहा कि हत्या में इस्तेमाल हुआ हथियार, एक चाकू, उस शौचालय के कमोड में मिला है जहां कथित तौर पर हत्या हुई थी. यह वही चाकू है जो गुरुग्राम पुलिस ने बरामद किया था.

एजेंसी का मानना है कि आरोपी छात्र पढ़ाई में कमजोर है और उसने कथित तौर पर प्रद्युम्न का गला इसलिए रेता था ताकि स्कूल में अवकाश घोषित हो जाए और पूर्व निर्धारित पीटीएम और परीक्षा टल जाए.

दयाल ने बताया कि नाबालिग छात्र को कल रात करीब साढ़े ग्यारह बजे किशोर न्याय कानून (जेजे अधिनियम) के प्रावधानों के तहत पकड़ा गया. उन्होंने कहा, आरोपी के अभिभावकों को पूरी तरह से सूचित रखा गया और जेजे अधिनियम के तहत सभी प्रावधानों का पालन किया गया. हमारे लिए वह मुख्य संदिग्ध है. 

उन्होंने बताया कि एजेंसी ने सीसीटीवी फुटेज को देखा जिसमें लोग शौचालय के भीतर और बाहर आते-जाते नजर आ रहे हैं. उसी के आधार पर एजेंसी ने संदिग्धों की सूची में काट-छांट की.

एजेंसी को यौन हमले का कोई भी साक्ष्य नहीं मिला है.  सूत्रों ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और अपराध स्थल के विश्लेषण के आधार पर एजेंसी ने मामले के सभी संदिग्धों की जांच की. सीबीआई के विशेष अपराध दल ने सभी संदिग्धों के मोबाइल रिकॉर्ड जांचे.

सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने बताया कि हालांकि 11वीं कक्षा के छात्र ने हत्या की योजना आठ सितंबर को ही बना ली थी लेकिन कानून की नजर में आए नाबालिग ने यह तय नहीं किया था वह किसको मारेगा.

सूत्रों के मुताबिक संयोग से प्रद्युम्न शौचालय में पहुंच गया और सीनियर छात्र की भयावह योजना का शिकार बन गया.

आरोपी छात्र के पिता ने बताया कि उनका बेटा निर्दोष है और वह पहले दिन से पुलिस के साथ सहयोग कर रहे हैं.

आरोपी छात्र के पिता की भी पहचान उजागर नहीं की गई है. उन्होंने कहा, मेरे बेटे ने कुछ नहीं किया. उसने प्रद्युम्न का शव देखने के बाद इस बारे में माली और शिक्षकों को सूचित किया. वह पूरे दिन स्कूल में ही रहा, परीक्षा में भी बैठा. मेरे बेटे के कपड़ों पर खून का एक भी धब्बा नहीं था.  

उन्होंने बताया कि यह चौथी बार था जब कल उन्हें बुलाया गया. उन्होंने कहा, मैं वहां सुबह करीब ग्यारह बजे पहुंचा और देर रात दो बजे निकला, इसका सीसीटीवी फुटेज देखा जा सकता है.  

सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि जांच अभी भी जारी है.

सीबीआई जिस निष्कर्ष पर पहुंची है वह गुरुग्राम पुलिस के लिए बड़ी ही शर्मिंदगी का कारण बनेगा क्योंकि उसने हत्या का दोष बस कंडक्टर अशोक कुमार पर लगाया था और कहा था कि वह चाकू के साथ शौचालय में इंतजार कर रहा था. पुलिस ने 14 एसआईटी दल बनाए थे.

बस कंडक्टर अशोक सोहना के घामदोज गांव का रहने वाला है. घटना के सात महीने पहले ही उसे स्कूल में नौकरी मिली थी.

अशोक के गांववालों का कहना है कि उसे इस मामले में फंसाया गया है और उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है.

प्रद्युम्न के पिता वरूण ठाकुर ने मीडिया से कहा, इस छात्र की गिरफ्तारी के साथ ही यह साबित हो गया कि पुलिस की जांच को लेकर हमारा संदेह सही था.  

 

समयलाइव डेस्क/भाषा


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