डेरा परिसर में तलाशी का दूसरा दिन: फाइबर सुरंग, पटाखे बनाने की अवैध फैक्ट्री मिली

Last Updated 09 Sep 2017 01:00:27 PM IST

डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय की सघन तलाशी के दूसरे दिन आज सुरक्षा एजेंसियों को गुरमीत राम रहीम की गुफा से उसकी शिष्याओं के हॉस्टल तक जाने वाली एक सुरंग एवं रास्ते का पता चला.


डेरा परिसर में मिली अवैध पटाखा फैक्ट्री

डेरा परिसर की तलाशी के दौरान पटाखे बनाने का एक अवैध कारखाना और रसायन भी मिले. डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को पिछले महीने बलात्कार के जुर्म में 20 साल की कैद की सजा सुनायी गयी थी.

राज्य के सूचना और जन संपर्क विभाग के उप निदेशक सतीश मेहरा ने बताया कि डेरा प्रमुख के ठहरने के स्थान गुफा में एक रास्ता मिला जो साध्वी निवास तक जाता है.
        
उन्होंने कहा, डेरा की तलाशी के दौरान एक फाइबर सुरंग का भी पता चला. फाइबर सुरंग में कीचड़ भरा था. डेरावास साध्वी निवास से जुड़ा है. उन्होंने कहा,  डेरा परिसर में पटाखे बनाने की एक फैक्ट्री भी मिली है और यह अवैध फैक्ट्री है. उसे सील कर दिया गया है. 
         
उन्होंने बताया कि पटाखे बनाने में उपयोग आने वाले रसायन भी मिले हैं. ए के 47 के कारतूसों का एक खाली बक्सा भी मिला है.  हरियाणा प्रशासन ने इस तलाशी मामले में मेहरा को ही मीडिया से बातचीत करने के लिए अधिकृत किया है.

पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्देश पर कल शुरू किये गये इस व्यापक तलाशी अभियान में  पुलिस, अर्द्धसैनिक बल और नागरिक प्रशासन के जवान शामिल हुये.
     
तलाशी अभियान के पहले दिन कल गुरमीत सिंह की उस कथित गुफा की फारेंसिक जांच भी की गई जिसका इस्तेमाल वह कथित तौर पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने के लिए करता था . डेरा से एक अपंजीकृत लग्जरी कार और कुछ प्रतिबंधित नोट भी बरामद किए गए .
     
करीब 12 घंटे चले इस अभियान के दौरान कुछ कमरों को सील भी किया गया और वहां से हार्ड डिस्क डाइव और बिना लेबल की कुछ दवाएं भी बरामद की गयीं.
    
इस तलाशी अभियान की पूरी प्रक्यिा को सेवानिवृत्त जिला और सेशंस जज एकेएस पवार की निगरानी में चलाया गया और इस प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गयी . पवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने मंगलवार को इस कार्य के लिए कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया था .

डेरा मुख्यालय की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर कर्फ्यू जारी है और किसी भी अनधिकृत व्यक्ति को डेरा परिसर में जाने की अनुमति नहीं है हालांकि, सिरसा शहर में जनजीवन सामान्य हो गया है.
     
अधिकारियों ने बताया कि सिर्फ पुलिस बस और अर्द्धसैनिक बलों के वाहनों, त्वरित कार्य बल के वाहनों , बम निरोधक दस्ते और तोड़-फोड़ निरोधक टीम के वाहन, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को लेकर जाने वाले वाहनों सहित बड़ी संख्या में वाहनों ने डेरा परिसर में प्रवेश किया .
      
विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों को लेकर जिला प्रशासन के वाहन भी डेरा परिसर के भीतर पहुंचे. इसके अलावा, कुछ दकमल गाड़ियां, कुछ अन्य मशीनों और ट्रैक्टरों को भी तलाशी अभियान में लगाया गया . डेरा के पास 16  नाका  बनाए गए हैं और सिरसा जिला में अर्द्धसैनिक बलों की 41 कंपनियों को तैनात किया गया है.
     
डेरा मुख्यालय से अलग हो चुके बहुत से पूर्व डेरा अनुयायियों ने मीडिया को बताया था कि डेरा प्रमुख और उनके करीबी सहयोगियों के अलावा किसी भी अन्य व्यक्ति को गुफा  या डेरा प्रमुख के निजी आवास में जाने की अनुमति नहीं थी.
     
करीब 800 एकड़ में फैले डेरा को  तलाशी अभियान के लिए दस जोन में बांटा गया है और हर जोन का संचालन एक वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं.
     
डेरा परिसर में शैक्षणिक प्रतिष्ठान, बाजार, एक अस्पताल, स्टेडियम, मनोरंजन केंद्र और आवास बने हुये हैं.
     
कुछ फिल्मों का निर्देशन और सह-निर्माण करने वाले डेरा प्रमुख के परिसर में कुछ ऐसी दुकानें भी हैं जहां दो साल पहले शुरू हुए  एमएसजी  ब्रांड के उपभोक्ता उत्पाद बेचे जाते थे .

भाषा


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