मोदी कैबिनेट के विस्तार में पूर्व नौकरशाहों को तरजीह ,जदयू, शिवसेना, अन्नाद्रमुक पर नहीं बनी बात

Last Updated 03 Sep 2017 03:16:44 AM IST

चौंकाने वाले निर्णय लेने में माहिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले आम चुनावों तक तेज रफ्तार से विकास करने के लिए नौकरशाहों पर दांव लगा रहे हैं. रविवार को होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में नौ मंत्रियों को शामिल किया जाएगा.


मोदी के नए नौ रत्न

जिनमें चार पूर्व नौकरशाह हैं. तीन मंत्रियों का प्रमोशन भी किया जाएगा. मंत्रिमंडल विस्तार में चार-पी का ध्यान रखा गया है. केरल में पांव जमाने के लिए मोदी ने आरएसएस की पसंद केजे अल्फांस को मंत्रिमंडल में शामिल करने का फैसला किया है. इस बार मोदी घटक दलों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं देंगे.

शपथग्रहण आज सुबह 10.30 बजे

मोदी के नए नौ रत्न : मोदी के नौ रत्नों में पूर्व आईएएस अधिकारी आरके सिंह, केजे अल्फांस, पूर्व आईपीएस अधिकारी सत्यपाल सिंह, पूर्व आईएफएस अधिकारी हरदेव पुरी को शामिल किया जा रहा है. इनके अलावा बिहार से अनी चौबे, उत्तर प्रदेश से शिव प्रताप शुक्ला, मध्यप्रदेश से बीरेंद्र सिंह, कर्नाटक से अनंत हेगड़े व राजस्थान से गजेंद्र शेखावत मंत्रिमंडल में शामिल होंगे.

नए नौ रत्न
अश्विनी चौबे- बक्सर से सांसद. बिहार विधानसभा के पांच बार सदस्य रहे. साथ ही आठ वष्रो तक बिहार में स्वास्थ्य मंत्री के रूप में काम करने का अनुभव.
आरके सिंह- बिहार के आरा से सांसद. 1975 बैच के आईएएस श्री सिंह देश के गृह सचिव रह चुके हैं. उन्हें एक लंबा प्रशासनिक अनुभव है.
केजे अल्फांस- 1979 बैच के आईएएस. बेहद ईमानदार व सख्त छवि. ईसाई समुदाय से ताल्लुक रखने वाले केरल के श्री अल्फांस किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं.
हरदीप सिंह पुरी- 1974 बैच के आईएफएस अधिकारी श्री पुरी को तमाम देश-विदेश के उच्च पदों पर काम कर चुके हैं. वे किसी भी सदन के सदस्य नहीं है.
वीरेंद्र कुमार- मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से छठी बार सांसद. श्री कुमार अनुसूचित जाति से हैं. वे कई संसदीय समितियों की सदस्य    रहे हैं.
गजेन्द्र सिंह शेखावत - जोधपुर से सांसद. वित्त की संसदीय समिति के सदस्य एवं फेलोशिप कमेटी के चेयरमैन. खेल, टेक्नोलॉजी में विशेष रुचि  रखते हैं.
शिव प्रताप शुक्ल - राज्यसभा सांसद. उत्तर प्रदेश विधानसभा में लगातार चार बार विधायक रहे. उत्तर प्रदेश में आठ वष्रो तक मंत्री के रूप में भी काम किया.
अनंत हेगड़े - कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ से सांसद. पांचवी बार संसद में आने वाले हेगड़े को तमाम संसदीय समितियों के सदस्य के रूप में कार्य करने का मौका मिला है.
सत्यपाल सिंह- बागपत से सांसद. 1980 बैच के आईपीएस. मुंबई के पुलिस कमिश्नर रहे. पहली बार सांसद बने. वे सख्त प्रशासक के रूप में जाने जाते हैं.

राज्यों के चुनावों पर भी नजर : मध्यप्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हैं. इन राज्यों को भी प्रतिनिधित्व दिया गया है. मध्य प्रदेश से वीरेन्द्र कुमार को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है. वीरेन्द्र कुमार अनुसूचित जाति से हैं और उनकी गिनती वरिष्ठ नेताओं में होती है. कर्नाटक से अनंत हेगड़े को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है. वह युवा सांसद हैं. राजस्थान से गजेन्द्र सिंह शेखावत को शामिल किया जा रहा है. शेखावत जोधपुर से सांसद हैं.

कुछ मंत्रियों को मिल सकती है तरक्की : धम्रेद्र प्रधान, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाना लगभग तय है. मनोज सिन्हा और कुछ राज्यमंत्रियों को प्रमोशन मिल सकता है.

घटक दलों को जगह नहीं : सूत्रों का कहना है कि जदयू से दो सांसदों को मंत्री बनाए जाने के प्रस्ताव पर शिवसेना नाराज थी. शिवसेना का कहना था कि उसके सांसद ज्यादा हैं, लेकिन कैबिनेट में एक ही सदस्य है. उसे भी ज्यादा सीटें चाहिए. तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक में आपसी झगड़े के कारण उनके नेताओं को भी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जा रहा है.

अब पांच सीटें बचेंगी : मोदी कैबिनेट में नौ नए सदस्यों के शामिल होने के सात ही मंत्रियों की कुल संख्या 76 हो जाएगी. मंत्रियों की संख्या 81 से ज्यादा नहीं हो सकती है. इस हिसाब से मोदी अभी 5 और नए मंत्रियों को अपने कैबिनेट में जगह दे सकते हैं. भविष्य में यदि बात बनी तो जदयू, शिवसेना, अन्नाद्रमुक के लिए 5 मंत्री पद की गुंजाइश बनी रहेगी.

मीडिया को फिर झूठा साबित किया : मोदी मीडिया को झूठा साबित करने का कोई मौका नहीं चूकते. मंत्रिमंडल में शामिल होने वालों के मीडिया ने जो भी नाम चलाए, उनमें से केवल सत्यपाल सिंह बने. बाकी सबके नाम कट गए. कुछ नेताओं ने मीडियावालों से प्रार्थना भी की थी कि उनका नाम न छापें, नहीं तो उनका भी नाम कट जाएगा.

चयन का आधार 4 पी
प्रधानमंत्री अपनी टीम में जिन नौ नेताओं को शामिल करने का फैसला किया है उसका फामरूला 4 पी है. इसका मतलब पैशन (जुनून), प्रोफिसिएंसी (निपुणता), प्रोफ़ेशनल एक्युमेन (व्यावसायिक कुशाग्रता), पॉलिटिकल एक्युमेन (राजनीतिक कुशाग्रता).

मोदी ने बुलाया नाश्ते पर
प्रधानमंत्री ने शपथ लेने वाले नौ मंत्रियों को सुबह 7.30 बजे अपने आवास पर नाश्ते पर बुलाया है. मोदी नए मंत्रियों को कामकाज समझाते हैं और शुभकामनाएं देते हैं. चूंकि अब मोदी सरकार को आम चुनाव की तैयारी करनी है, इसलिए नए मंत्रियों को पूरे मनोवेग से काम पर जुटना होगा. काम जमीन पर दिखे, इसीलिए उन्होंने काम करने वालों को मंत्रिमंडल में शामिल करने का मन बनाया.

पास के लिए मारामारी
सुबह राष्ट्रपति भवन में 10.30 बजे होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार की कवरेज के लिए पत्रकार दिनभर इधर से उधर भागते रहे. अधिकारी जानकारी न होने की बात कहते रहे. ईद की छुट्टी होने के कारण नेशनल मीडिया सेंटर बंद था. फिर भी मीडिया के लोग पीएम यूनिट में भटकते रहे. देर रात को कुछ पास आए तो चुनिंदा मीडिया घरानों को दिए गए.

बाइट दी तो नाम कटा
आंध्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के हरिबाबू को भी मंत्रिमंडल में शामिल होना था, लेकिन उन्होंने टीवी पर बाइट दे दी, इसलिए उनका नाम कट गया. हरिबाबू को पीएमओ से फोन किया गया था. वह परिवार के साथ दिल्ली के लिए निकल पड़े, लेकिन उन्होंने टीवी वालों को बता दिया.

रोशन
समयलाइव डेस्क ब्यूरो


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