मुंबई में मूसलाधार बारिश से जनजीवन पटरी से उतरा, बिहार, असम, बंगाल में स्थिति में सुधार
मुंबई में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पटरी से उतार दिया और बारिश के कारण हुये भूस्खलन से एक एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतर गई जबकि बिहार में बाढ़ की स्थिति में मामूली सुधार हुआ है और आज किसी शख्स की मौत नहीं हुई है.
![]() मुंबई में बारिश के कारण हुये भूस्खलन से एक एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतर गई. रेलवे स्टेशन पूरा पानी से भरा हुआ. |
दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के हिस्सों में भारी बारिश हुई जिससे जन जीवन प्रभावित हुआ. मौसम विभाग ने अगले दो दिन में तेज से बहुत तेज बारिश की आशंका जताई है.
पश्चिम बंगाल और असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ है. पूर्वोत्तरी क्षेत्र में माल ले जाने वाली रेल सेवाएं बहाल हो गई हैं जबकि यात्री ट्रेन सेवा तीन सितंबर से बहाल हो सकती हैं.
भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलन के कारण महाराष्ट्र के वासिंद और असनगांव स्टेशनों के बीच नागपुर मुंबई दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन और नौ डिब्बे पटरी से उतर गए लेकिन घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
मुंबई में तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने शहर को पानी में डूबा दिया जिससे रेल, सड़क और हवाई सेवाएं प्रभावित हुई तथा बारिश के कारण पेड़ उखड़ गए और महानरगों तथा उपनगरों में घर जलमग्नन हो गए.
मौसम विभाग के सूत्रों ने कहा कि सिर्फ तीन घंटे में 65 मिमी बारिश दर्ज हुई है.
तीनों उपनगरों में ट्रेने देरी से चल रही है या रूक गई हैं क्योंकि कई स्थानों पर पटरियों पर पानी भर गया है.
निगम के उपायुक्त सुधीर नायक ने कहा कि महानगर में कल रात से भारी बारिश हुई. सुबह साढ़े आठ बजे से लेकर दोपहर 12 बजे के बीच शहर में 85 मिमि बारिश रिकॉर्ड हुई.
कई उड़ानों को अन्य शहरों में भेजा गया तथा विमानों को पूरा दिन चक्कर लगाना पड़ा.
वहीं बिहार में बाढ़ के हालात में अब थोड़ा सुधार है. राज्य में कुछ स्थानों पर बाढ़ का पानी उतरने की वजह से लोगों ने अपने घर लौटना शुरू कर दिया है और अब सिर्फ 116 शिविर संचालित हैं जिसमें 1.38 लाख लोग रह रहे हैं.
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हताहतों की संख्या 514 है और 19 जिलों में 1.71 करोड़ प्रभावित है.
असम के चार जिलों के 1.02 लाख लोग अब भी सैलाब से प्रभावित हैं और मोरीगांव जिले में आज एक और व्यक्ति की मौत हो गई जिससे राज्य में तीसरी बार आई बाढ़ की वजह से मरने वालों की संख्या 74 हो गई है.
पश्चिम बंगाल के उत्तर इलाके अभी बाढ़ के प्रभाव से पूरी तरह उबरे भी नहीं थे कि मौसम विभाग ने 31 अगस्त से यहां एक बार फिर भारी बारिश की आशंका जताई है.
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