भारत और चीन की सेनाओं के बीच लद्दाख में फ्लैग मीटिंग
भारत एवं चीन के सैन्य अधिकारियों के बीच आज लद्दाख के चुशूल क्षेत्र में फ्लैग मीटिंग हुई जिसमें खासतौर पर पैगांग झील के किनारे कल दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई कथित झड़प के उपजे तनाव को दूर करने के उपायों पर बातचीत हुई.
भारत और चीन की सेनाओं के बीच फ्लैग मीटिंग (फाइल फोटो) |
सूत्रों के अनुसार बैठक में भारतीय चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति एवं यथास्थिति बनाये रखने की मौजूदा व्यवस्था को मजबूत बनाने के बारे में भी चर्चा हुई.
कल एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि भारतीय सैनिकों ने अपनी सीमा में आ रहे चीनी सैनिकों को रोका था जिससे दोनों ओर से पत्थर चले थे और दोनों ओर के सैनिकों को चोटें आयीं थीं.
इन घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर सेना के एक प्रवक्ता ने पहले तो कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया. पर एक आधिकारिक सूत्र ने ऐसी घटनाओं का कारण वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर दोनों देशों की धारणाओं में अंतर होने संबंधी विदेश मंत्रालय के पुराने रुख को दोहरा दिया.
उधर बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हू चुन्यिंग ने इस घटना से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि चीनी सैनिक हमेशा सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं स्थिरता बनाये रखने के लिये प्रतिबद्ध रहे हैं. चीनी पक्ष भारतीय पक्ष से अनुरोध करता है कि वह 1954 के वास्तविक नियंत्रण रेखा संबंधी समझौते का सम्मान करे.
हालांकि डोकलाम मुद्दे पर चीनी प्रवक्ता ने कहा कि वह इलाका चीन का है और भारतीय सेना को बिना शर्त वहां से हट जाना चाहिये तभी सार्थक बातचीत हो सकेगी.
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