भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वषर्गांठ: प्रधानमंत्री ने कहा- 2022 तक करें नये भारत का निर्माण

Last Updated 09 Aug 2017 11:21:20 AM IST

भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वषर्गांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री ने आज कहा कि वह देश को साम्प्रदायिकता, जातिवाद और भष्टाचार जैसी समस्याओं से मुक्त बनाने के लिए कदम उठाएं.


2022 तक करें नये भारत का निर्माण (फाइल फोटो)

मोदी ने कहा कि 2022 तक  नये भारत  का निर्माण करें.
     
2017 से 2022 के दौरान गरीबी, अशिक्षा, कुपोषण, भष्टटाचार को मिटाने के  संकल्प से सिद्धि  के भाव के साथ कार्य करें : मोदी 
गरीबी, अशिक्षा, कुपोषण, भष्टटाचार को देश के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि हम सभी 2017 से 2022 तक पांच वर्ष की अवधि के दौरान संकल्प से सिद्धि के भाव के साथ कार्य करें और दुनिया के देशों के लिये आज की स्थिति में उसी प्रकार से प्रेरणा बनें जैसा 1942 के आंदोलन के बाद 1947 के समय भारत ने दुनिया को प्रेरित किया था.
       
1942 के भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वषर्गांठ पर लोकसभा में विशेष चर्चा में हिस्सा लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब हम 2017 में हैं तब मैं इस बात से इंकार नहीं कर सकता हूं कि आज हमारे पास गांधी हैं, आज हमारे पास उस समय की उंचाई वाला नेतृत्व नहीं है लेकिन सवा सौ करोड़ देशवासियों के साथ हम उस सपने को पूरा कर सकते हैं जो उन्होंने देखा था. 


        
मोदी ने कहा कि हमारी आजादी सिर्फ भारत के लिए नहीं थी, बल्कि यह वि के दूसरे हिस्सों में उपनिवेशवाद के खात्मे में एक निर्णायक क्षण था. उस समय 1942 के आंदोलन के बाद जब हमें आजादी मिली तब यह केवल हमारे देश की आजादी नहीं थी, बल्कि इसने अफ्रीका से दुनिया के अनेक देशों को प्रेरणा देने का काम किया . एक के बाद एक कई देश इसके बाद आजाद हुए.
        
उन्होंने कहा कि  गरीबी, अशिक्षा, कुपोषण हमारे देश के सामने बड़ी चुनौतियां, हमें सकारात्मक बदलाव लाने की आवश्यकता है.  भष्टाचार हमारी राजनीति को अंदर से खोखला कर रहा है, हम गरीबी, अशिक्षा, कुपोषण, भष्टटाचार से देश को मुक्त बनाने का संकल्प लें.
       
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2017 से 2022 तक पांच वर्ष की अवधि में हम उसी भावना और संकल्प के साथ काम करें जो भाव 1942 से 1947 के बीच पांच वर्ष की अवधि के दौरान था.
       
प्रधानमंत्री ने कहा कि 1942 में करो या मरो  के नारे ने पूरे देश को प्रेरित किया, उसी प्रकार से हम  करेंगे और करके रहेंगे का संकल्प लें और  2017 से 2022 तक पांच वर्ष की अवधि के दौरान संकल्प से सिद्धि के भाव के साथ कार्य करें  और  गरीबी, अशिक्षा, कुपोषण, भष्टटाचार की चुनौती से लड़ने और उसे दूर करने का कार्य करें .
     
कई ट्वीट में मोदी ने लिखा है कि आजादी पाने के लिए महात्मा गांधी के नेतृत्व में पूरा देश एकजुट हुआ था. उन्होंने लिखा है, ऐतिहासिक भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वषर्गांठ पर हम आंदोलन में भाग लेने वाले सभी महान महिलाओं और पुरूषों को सलाम करते हैं.   उन्होंने लिखा, 1942 में भारत को उपनिवेशवाद से मुक्त कराने की जरूरत थी. आज, 75 साल बाद मुद्दे अलग हैं. 


     
मोदी ने लिखा है, भारत को गरीबी, गंदगी, भष्टाचार, आतंकवाद, जातिवाद, साम्प्रदायिकता से मुक्त कराने और 2022 तक  नये भारत  का निर्माण करने की शपथ लें. 

      संकल्प से सिद्धि  का नारा देते हुए प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे कंधे-से-कंधा मिलाकर  ऐसे भारत का निर्माण करें जिस पर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का गर्व हो .

 

 

भाषा


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