मालदीव के विकास में पूर्ण सहयोग देगा भारत
विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को मालदीव के विदेशमंत्री अब्दुल्ला शाहिद से मुलाकात की और कहा कि भारत सरकार की ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति को आगे बढ़ाते हुए भारत मालदीव सरकार को उसकी सामाजिक-आर्थिक विकास पहल में पूरा समर्थन देगा।
नई दिल्ली में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद। |
विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, दोनों देशों के विदेशमंत्रियों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सालेह 17 दिसम्बर 2018 को राजकीय यात्रा पर भारत आएंगे। इस संदर्भ में दोनों मंत्रियों ने व्यापक विचार-विमर्श किया। दोनों पक्षों ने आपसी गठजोड़ को और मजबूत बनाने के उपायों के बारे में चर्चा की। भारत ने मालदीव को उसकी विकास प्राथमिकताओं को लागू करने और राजकोषीय एवं बजटीय स्थिरता सुनिश्चित करने में भारत के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
बयान के अनुसार, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, भारत, मालदीव के साथ अपने संबंधों को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है जो विश्वास, पारदर्श्रिता, आपसी समझ और संवेदनशीलता पर आधारित है। उन्होंने कहा कि ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति को आगे बढाते हुए भारत मालदीव सरकार को उसकी सामाजिक-आर्थिक विकास पहल में पूरा समर्थन देगा। वहीं, मलदीव के विदेशमंत्री शाहिद अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी सरकार भारत के साथ सभी मुद्दों पर करीबी सहयोग से काम करने को आशान्वित है।
मालदीव में नई सरकार में विदेश मंत्री बनने के बाद यह शाहिद की पहली अ।ाधिकारिक यात्रा है। यह यात्रा अहम है क्योंकि मालदीव की पिछली सरकार के समय दोनों देशों के रिश्तों में तनाव कायम हो गया था। दोनों मंत्रियों ने इस बात को रेखांकित किया कि दोनों देशों के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को देखते हुए लोगों के बीच सम्पर्क महत्वपूर्ण है। इस संदर्भ में उन्होंने जल्द द्विपक्षीय राजनयिक वार्ता आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की। मंत्रियों ने सुरक्षा एवं रक्षा मामलों से जुड़े विषयों तथा नये क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। इस संदर्भ में दिसंबर में रक्षा सहयोग वार्ता की अगली बैठक आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की।
इससे पहले, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, मालदीव की विकास संबंधी प्राथमिकताएं पूरी करने के लिए साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
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