परमाणु संपन्न देशों के बीच संवाद की जरूरत : भारत

Last Updated 30 Sep 2017 04:43:47 AM IST

भारत ने परमाणु निरस्त्रीकरण का लक्ष्य पूरा करने के उद्देश्य से विश्वास और भरोसा कायम करने के लिए परमाणु हथियारों से संपन्न सभी देशों के बीच सार्थक संवाद की जरूरत उजागर की है.


संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन (file photo)

संयुक्त राष्ट्र महासभा में पेश लिखित पक्ष में भारत ने कहा है कि उसने परमाणु हथियारों के रखने, विकास, उत्पादन, खरीदारी, परीक्षण, जखीराबंदी, हस्तांतरण और इस्तेमाल या उसके लिए धमकी देने पर प्रतिबंध लगाने के लिए समग्र परमाणु हथियार कन्वेंशन के निरस्त्रीकरण पर सम्मेलन में वार्ता की हमेशा सुसंगत रूप से समर्थन किया है.

भारत ने परमाणु हथियारों के उपयोग पर प्रतिबंध पर किसी कन्वेंशन पर चर्चा के लिए अलग से अपनी रजामंदी दोहराई.

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने कहा, विश्वास और भरोसा बनाने और अंतरराष्ट्रीय मामलों एवं सुरक्षा अवधारणा में ऐसे हथियारों की प्रमुखता घटाने के लिए परमाणु हथियार संपन्न सभी देशों के बीच सार्थक संवाद की जरूरत है.

अकबरूद्दीन ने गुटनिरपेक्ष आंदोलन से खुद को जोड़ते हुए परमाणु हथियारों से मुक्त दुनिया और परमाणु हथियारों के पूरी तरह निर्मुलन के लक्ष्य के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहराई.

भारत ने यह बात मई में कही थी और यह संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट का हिस्सा है जिसे बृहस्पतिवार को सार्वजनिक किया गया. इसमें अनेक अन्य देशों के बयान भी हैं.

परमाणु हथियारों के अप्रसार पर संधि के संदर्भ में जिन पांच देशों के  परमाणु हथियार संपन्न देश माना जाता है, उनमें अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, रूस और चीन हैं.

परमाणु हथियारों से संपन्न अन्य देशों में भारत, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया को गिना जाता है.

भाषा


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