Guru Pradosh Vrat 2023 : आज है गुरु प्रदोष व्रत, जानिए मुहूर्त और पूजा विधि

Last Updated 26 Oct 2023 08:06:13 AM IST

Guru Pradosh Vrat 2023 : गुरु प्रदोष व्रत शुभ व महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है जिसमें भगवान शिव की पूजा की जाती है।


Guru Pradosh Vrat 2023 : गुरु प्रदोष व्रत शुभ व महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है जिसमें भगवान शिव की पूजा की जाती है। गुरु प्रदोष व्रत रखने से माह की त्रयोदशी तिथि में सायं काल को प्रदोष काल कहा जाता है। अपनी मनोकामना पूरी करने करने के लिए कोई भी स्त्री इस व्रत को कर सकती है। यह भगवान शिव के सबसे फलदायक व्रतों में से एक है। प्रदोष व्रत को करने से हर प्रकार का दोष मिट जाता है। माना जाता है कि गुरु प्रदोष का व्रत रखने वाले को 100 गाय को दान करने के समान फल की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं गुरु प्रदोष व्रत का मुहूर्त और महत्व।

प्रदोष व्रत का महत्व  (Guru Pradosh Vrat Signifcance)
October Guru Pradosh Vrat 2023: इस व्रत को करने से मनुष्यों को उसके सभी दोषों से मुक्ति मिलती है और उसके सब कष्टों का निवारण होता है। शिव परिवार की उपासना करने वालों को सुयोग्य संतान मिलती है। यह व्रत प्रदोषमप्रदोष (सूर्यास्त के बाद रात्रि का सबसे पहला पहर) काल में किया जाता है। दक्षिण भारत में प्रदोष व्रत को प्रदोषम के नाम से जाना जाता है और इस व्रत को भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है।

किस दिन क्या अर्थ है प्रदोष व्रत का

रविवार - भानुप्रदोष , सदा निरोग रहने के लिए|

सोमवार - सोमप्रदोष, इच्छानुसार फल और सकारत्मक सोच के लिए|

मंगलवार - भौमप्रदोष, स्वास्थ से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए|

बुधवार - सौम्यवारा प्रदोष, शिक्षा व ज्ञान पाने के लिए |

गुरूवार - गुरुवार प्रदोष, पितरों के आशीर्वाद और शत्रु के विनाश के लिए|

शुक्रवार - भ्रिगुवार प्रदोष, धन व सौभाग्य की प्राप्ति के लिए|

शनिवार - शनि प्रदोष,संतान प्राप्ति के लिए|

व्रत विधि |  (Guru Pradosh Vrat Puja Vidhi)

  • सबसे पहले सुबह उठकर स्नान करें।
  • भगवान शिव और माता पार्वती के लिए आसान बिछाएं और उन्हें उस पर विराजमान करें.
  • इसके बाद मंदिर में दीपक जलाएं।
  • व्रत लेने का संकल्प लें।
  • भगवान का साज श्रृंगार करें
  • अब फल चढ़ाएं और भोग लगाएं ।
  • इसके बाद पुष्प अर्पित करें।
  • अब शिव भगवान और माता पार्वती जी और गणेश भगवान की आराधना करें।
  • भगवान शिव की आरती  करे।
  • ओम नमः शिवाय का जाप करें।
  • शाम में भी दिया जरूर जलाएं।

Pradosh ( Guru Pradosh Vrat 2023 Muhurat)
प्रदोष व्रत 26 अक्टूबर 2023
प्रदोष पूजा मुहूर्त - 17:42 से 20:16
अवधि - 02 घण्टे 34 मिनट्स
त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ - अक्टूबर 26, 2023 को 09:44 बजे
त्रयोदशी तिथि समाप्त - अक्टूबर 27, 2023 को 06:56 बजे

प्रेरणा शुक्ला
नई दिल्ली


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