chandra grahan 2023 : चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल में क्या - क्या कार्य नहीं करना चाहिए

Last Updated 27 Oct 2023 08:34:56 AM IST

इस बार साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 28 और 29 अक्टूबर की मध्य रात्रि को लगने जा रहा है। आइये जानते हैं च्रंद ग्रहण के समय क्या-क्या नहीं करना चाहिए


chandra grahan 2023

chandra grahan Upay : आज 28 - 29 अक्टूबर 2023 को साल का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण लगने वाला है। चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना होती है, जिसे धार्मिक तौर पर अशुभ माना जाता है। हर साल धरती पर ग्रहण की स्थिति बनती है। चंद्र ग्रहण की दृश्यता के अनुसार ही सूतक काल को निर्धारित किया जाता है। वहीं यदि भारत में ग्रहण नजर आता है तो यहां का सूतक काल मान्य होता है, इसके अलावा यदि ग्रहण नजर नहीं आ रहा है तो सूतक काल यहां मान्य नहीं होगा। धार्मिक दृष्टि से ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है। जब चंद्र ग्रहण लगता है तो कुछ राशियों पर अपना असर छोड़ता है जिसका कई बार दुष्परिणाम भी देखने को मिलता है। ऐसे में हम आपको आज बताने वाले हैं चंद्र ग्रहण के समय लगने वाले सूतक काल में आपको क्या - क्या कार्य नहीं करने चाहिए।

चंद्र ग्रहण के समय क्या नहीं करना चाहिए - sutak kaal me kya nahi karna chahiye in hindi

  • हमारे ऋषि मुनियों द्वारा ग्रहण के समय खाना खाने की मनाही है। जिसका कारण यह है कि ग्रहण के समय खाने में कीटाणु बहुलता से फैलते हैं। सूक्ष्म जीव खाने में मिलकर खाना दूषित
  • कर देते हैं। इसलिए पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के समय दूध, खाना इत्यादि के पात्रों में कुश डालने को कहा जाता है।
  • सूतक काल में नहाना नहीं चाहिए। नहाने की मनाही की जाती है।
  • चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती स्त्री को चंद्र ग्रहण नहीं देखना चाहिए, क्योंकि उसके दुष्प्रभाव से शिशु अंगहीन होकर विकलांग बन सकता है, गर्भपात की सम्भावना बढ़ जाती है।
  • सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती के पेट पर गोबर और तुलसी का लेप भी लगा दिया जाता है, जिससे कि राहु-केतु उसका स्पर्श न करें।
  • सूर्यग्रहण के समय किसी प्रकार का अन्य कार्य ना करें, भजन कीर्तन तथा मंत्रों के उच्चारण कर सिद्धि को प्राप्त करने का प्रयास करें।
  • इसके साथ ही ग्रहण के समय ताला खोलना, वस्त्र धोना, लकड़ी, फूल इत्यादि तोड़ना, मल मूत्र का त्याग करना, मैथुन करना, सोना, खाना इत्यादि वर्जित है।
  • ग्रहण के दौरान नाखून कांटना, बालों में कंघी करना और दांतों की सफाई करना अशुभ माना जाता है।
  • सूतक काल में सूर्य को अर्घ्य भी नहीं दिया जाता, न ही तुलसी और किसी भी पूजनीय पेड़-पौधों में जल अर्पित करते हैं।
  • इस दौरान सोना भी नहीं चाहिए। इससे दोष लगता है।
  • ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को कुछ भी कैंची या चाकू से काटने को मना किया जाता है।
  • वस्त्रादि को सिलने से रोका जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से बच्चे के अंग कट जाते हैं।

प्रेरणा शुक्ला
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment