राजीव के बहाने

Last Updated 07 May 2019 04:44:54 AM IST

देश में आधा चुनाव बीत चुका है, मगर लगता है सियासी बोलचाल और मर्यादा अपनी गति को प्राप्त कर चुके हैं।


राजीव के बहाने

प्रचार के दौरान उस नैतिकता का छटांक भर हिस्सा भी नेता अपने आचार-विचार में नहीं रख रहे, जिसकी वजह से ये लोग लोकतंत्र का हिस्सा बने हैं। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में चुनाव प्रचार के दरम्यान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बारे में कुछ ऐसा बोल गए, जिसकी उम्मीद कम-से-कम उस पद पर विराजमान शख्स से किसी को नहीं होगी। वैसे भी हमारे देश में यह स्थापित मान्यता है कि मृत व्यक्ति के बारे में किसी तरह का आक्षेप गरिमा और संस्कार के खिलाफ माना जाता है।

प्रधानमंत्री मोदी यहीं चूक कर बैठे। बोफोर्स घोटाले को भी अगर प्रधानमंत्री के इस ताजा आरोप से जोड़कर देखें तो उनके आरोप में सचाई नहीं झलकती। क्योंकि दिल्ली उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में बोफोर्स मामले में राजीव गांधी पर आरोप साबित नहीं हो पाया था। खैर, प्रधानमंत्री के आरोप पर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों का बिफरना स्वाभाविक था।

मगर सबसे प्यारा जवाब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का था। बिना किसी भद्दे और ओछे शब्दों का इस्तेमाल किए राहुल ने ट्विट के जरिये प्रधानमंत्री मोदी को जवाब दिया। सप्रेम और झप्पी के साथ। यहां हम कह सकते हैं कि परिपक्वता के मामले में राहुल मोदी के मुकाबले बीस साबित हुए। चुनाव प्रचार के दौरान अगर राजनीति के पन्ने पलटें तो हर दूसरा पन्ना अमर्यादित, सतही, गाली-गलौज, भद्दी टिप्पणी और व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप से अटा पड़ा है। और इस दाग को बदलने की जिम्मेदारी जिनके कंधों पर है, वही इसे सबसे ज्यादा दागदार बनाने पर आमादा है।

लिहाजा इसे परिष्कृत करने में खासी मशक्कत की जरूरत है। चुनाव तो आते-जाते रहेंगे। नेता भी आएंगे-जाएंगे। मगर लोकतंत्र की खूबसूरती और मजबूती तभी तलक रहेगी, जब इसमें स्तरहीन कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं रहेगी। आम राजनीति में लोग विकास और एजेंडे को लेकर आगे बढ़ते हैं। यह जरूरी भी है। क्योंकि बेलगाम सनक की जो बात प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर कही है, उसे खारिज भी नहीं किया जा सकता है। छोटे-बड़े हर नेता की यह जिम्मेदारी है कि वह लोकतंत्र के महापर्व को खंडित और बेमजा न करें। बड़े नेताओं पर यह जिम्मा कहीं ज्यादा होता है। सो, इसका ख्याल हर किसी को करना चाहिए। वरना, नेताओं से जनता का मोहभंग होते देर नहीं लगेगी।
 



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment