धर्मांतरण पर नसीहत
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में दो दिनों में तीन नाबालिग हिंदू लड़कियों का अपहरण कर जबरन मुसलमान बनाए जाने की खबरें विचलित करने वाली हैं।
धर्मांतरण पर नसीहत |
अपहरण कर उनका जबरन निकाह तक करा देना बताता है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की क्या दशा है? हालांकि हंगामा मचने और भारत के सक्रिय होने पर पाकिस्तान की ओर से कहा गया कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
मामले की जांच शुरू भी नहीं हुई थी कि फिर एक लड़की के अपहरण और धर्म परिवर्तन की खबर आ गई। जब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यह मामला उठाया और बाकायदा पत्र लिखा तो पाकिस्तान ने इस पर आपत्ति उठाते हुए इसे अपना आंतरिक मामला बताया। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने स्वराज से ट्वीटर पर जुबानी जंग छेड़ दी। हालांकि सुषमा स्वराज ने उनकी अच्छी खबर ली। सवाल यह है कि अब पाकिस्तान क्या कहेगा?
केवल यह कहने से तो काम नहीं चलेगा कि उनके नेशनल फ्लैग का सफेद रंग अल्पसंख्यकों का है। पाकिस्तान में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। अंतराल पर ऐसी खबरें आती रहती हैं। कुछ खबरें तो आती भी नहीं। कट्टरपंथियों के डर से अनेक पीड़ित परिवार आठ-आठ आंसू पीकर चुप रह जाते हैं। कई बार अपहृत, धर्मातरित एवं निकाह कराई गई लड़कियां भी भयवश न्यायालय के सामने सच नहीं बोल पातीं। सच यही है कि पाकिस्तान एक साथ सर्वसाधारण हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनों और ईसाइयों जैसे अल्पसंख्यकों के लिए जहन्नुम हो चुका है।
दुनिया की कई मानवाधिकार संस्थाओं ने दिल दहलाने वाली रिपोर्टे दी हैं। पर इससे वहां ज्यादा अंतर नहीं आता। अल्पसंख्यक समुदाय वहां कट्टरपंथियों के रहमोकरम पर निर्भर हैं। इनका सबसे ज्यादा शिकार लड़कियां होती हैं। दुर्भाग्यवश ऐसा करने वालों को समाज का समर्थन भी मिलता है। भारत ने अपने उच्चायोग से रिपोर्ट मंगाई है। इसके बाद भारत को अंतरराष्ट्रीय फोरम पर उठाकर पाकिस्तान को अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने का कदम उठाने के लिए मजबूर करने की कोशिश करनी होगी। यह भारत का दायित्व भी है।
पाकिस्तान ने विभाजन के बाद एक समझौते द्वारा अल्पसंख्यकों की पूरी सुरक्षा तथा उन्हें कानून के समक्ष समानता का अधिकार देने का लिखित वायदा किया हुआ है। उसे इसका पालन करना होगा। अभी तक पूर्ववर्त्ती सरकारें इस मामले में जितनी उदासीन रही हैं, उसे त्रासदी ही कहना होगा। वर्तमान सरकार ने इससे परे जाकर साहस दिखाया है, तो इसे परिणामों तक ले जाना होगा।
Tweet |