विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप : मैरीकॉम जीतीं, सरिता बाहर

Last Updated 19 Nov 2018 06:07:31 AM IST

अपने छठे विश्व खिताब की कवायद में जुटी भारत की स्टार मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम सहित भारत की चार मुक्केबाजों ने रविवार को विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की।


नई दिल्ली : ऐजरिम कासेनायेवा के खिलाफ जीत दर्ज करने पर मैरीकॉम। फोटो : प्रेट्र

लेकिन 12 साल बाद इस टूर्नामेंट में वापसी करने वाली एल. सरिता देवी को हार का सामना करना पड़ा।
मैरीकॉम ने यहां आईजी स्टेडियम स्थित केडी जाधव हाल में चल रही इस प्रतियोगिता में कजाकिस्तान की ऐजरिम कासेनायेवा को 5-0 से पराजित किया। मैरीकॉम (48 किग्रा) ने 30-27, 30-27, 30-27, 30-27, 29-28 से मुकाबला जीता। वहीं सरिता देवी (60 किग्रा) का सफर प्री-क्वार्टर फाइनल में समाप्त हो गया। 36 साल की मणिपुर की सरिता को आयरलैंड की केली एन. हैरिंगटन ने लाइट वेट वर्ग में कड़े मुकाबले में 3-2 से पराजित किया। हैरिंगटन ने मुकाबला 29-28, 28-29, 29-28, 28-29, 29-28 से जीता।

भारत के लिए दिन के सत्र में युवा मुक्केबाज मनीषा मौन (54 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) और भाग्यवती काचरी (81 किग्रा) ने अपने मुकाबलों में जीत दर्ज कर अच्छी शुरुआत की। हरियाणा की मनीषा मौन ने धमाकेदार शुरुआत करते हुए विश्व चैंपियन कजाकिस्तान की डिनो झालामैन को 5-0 से पीटकर बेंटमवेट 54 किग्रावर्ग जीत दर्ज की। मनीषा ने डिनो से 30-27,30-27, 30-27, 29-28, 29-28 से मुकाबला जीतकर अंतिम आठ में प्रवेश किया। मनीषा अब प्रतियोगिता में कांस्य पदक पक्का करने से एक कदम दूर रह गई हैं।

मनीषा ने अपना मुकाबला जीतने में ज्यादा पसीना नहीं बहाया और अपना मुकाबला जजों के सर्वसम्मत फैसले से जीत लिया। मुकाबला जीतने के बाद मनीषा ने कहा, ‘मैंने पूरे आत्मविश्वास से यह मुकाबला लड़ा। मैं रिंग में उतरने के बाद मैं यह नहीं सोचती कि सामने विश्व चैंपियन है या विश्व चैंपियन की कांस्य पदक विजेता हो।’
मनीषा ने अपने पहले मुकाबले में विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता को हराया था और अब उन्होंने विश्व चैंपियन को ही पीट दिया। मनीषा इससे पहले डिनो को पोलैंड में भी हरा चुकी थीं और फिर पोलैंड में उन्होंने रजत पदक जीता था। मनीषा का अगला मुकाबला नंबर एक सीड मुक्केबाज से होगा।
मैरीकॉम ने प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के बाद दबाव के बारे में पूछने पर कहा, ‘दबाव रहता है लेकिन इतने वर्षो में मैंने दबाव को बखूबी झेलना सीख लिया है। मैं हमेशा सकारात्मक शुरुआत करने के इरादे से उतरती हूं और आज भी मैंने यही किया। विजयी शुरुआत कर मैं अच्छा महसूस कर रही हूं लेकिन अभी आगे लंबा सफर तय करना है और मैं हर तरह की चुनौती के लिए तैयार हूं।’
लवलीना और भाग्यवती अपना-अपना मुकाबला जीतकर प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई हैं। लवलीना ने 64-69 किग्राके वेल्टरवेट वर्ग में पनामा की एथीना बायलोन को 5-0 से हराया। उन्होंने यह मुकाबला जजों के सर्वसम्मत फैसले से 30-27, 30-27, 30-27, 30-27, 30-27 से जीता। 21 वर्षीया लवलीना ने विश्व चैंपियशिप में शानदार शुरुआत करने के बाद कहा, ‘जीत के बाद बहुत अच्छा लग रहा है। यहां से मुझे अगले बाउट की तैयारी करनी है। यह मुकाबला मेरे लिए मुश्किल था क्योंकि यह मेरा पहला मैच था और मेरी प्रतिद्वंद्वी लंबी होने के साथ-साथ ताकतवर भी थी लेकिन मुझे ख़्ाुशी है कि मैंने विजयी शुरुआत की।’
भाग्यवती ने लाइट हैवीवेट 81 किग्रावर्ग में जर्मनी की इरिना निकोलेटा शोनबर्गर को 4-1 से हराया। भारतीय मुक्केबाज ने मुकाबला 29-28, 28-29, 29-28, 29-28, 29-28 से जीतकर राउंड 16 में जगह बना ली।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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