Uttarakhand Cloudburst: उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से भारी तबाही, 4 की मौत, कई लापता
उत्तराखंड में जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 80 किमी दूर धराली के पास मंगलवार को खीर गंगा में बादल फटने से भारी तबाही मच गई। यहां गंगोत्री हाईवे से लगा धराली बाजार पूरी तरह मलबे में दफन हो गया।
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इस भीषण तबाही में दर्जनों होटल, होम स्टे और रेस्टोरेंट मलबे की भेंट चढ़ गए। चार लोग लापता बताए जा रहे हैं। हालांकि, बादल फटने की घटना में भारी जनहानि की आशंका जताई जा रही है।
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने आईआरएस सिस्टम को सक्रिय किया। सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस, एम्बुलेंस 108, चिकित्सा दल एवं जिला प्रशासन की टीमें मौके पर मौजूद हैं। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखते हुए तत्काल राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही राहत एवं बचाव कार्य को युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिए। राहत शिविर में भोजन आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही एम्बुलेंस, 108 व डॉक्टर की टीम यथा समय मौके पर तैनात करने के निर्देश दिए।
डॉक्टर को अलर्ट पर रहने के निर्देश
साथ ही हर्षिल एवं झाला स्वास्थ्य केंद्र में बैड, ऑक्सीजन, दवाई आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही जिला अस्पताल में डॉक्टर को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए। जनपद में लगातार हो रही तेज वर्षा से नदी का जल स्तर बढ़ने से नदी के तटवर्ती क्षेत्रो में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने एवं पुलिस प्रशासन को लोगो को सचेत करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने सड़क मार्ग को युद्ध स्तर पर सुचारु करने के निर्देश बीआरओ को दिए। मौके पर सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस समेत तमाम एजेसियों राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। क्षेत्र में संचार सेवा बाधित होने के कारण नुकसान की सही जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है। डीएम और एसपी समेत तमाम बड़े जिला स्तरीय अधिकारी मौके पर नुकसान का जायजा लेने रवाना हो गए।
खीर गंगा में आए सैलाब के कारण धराली में गंगोत्री हाईवे का करीब 100 मीटर हिस्सा भी तबाह हो गया, जिस कारण हाईवे पर यातायात पूरी तरह से ठप पड़ गया है। यहां झाला, हषिर्ल और धराली आदि जगहों पर जगह-जगह मलबा आने से हाईवे आवाजाही के लिए बंद पड़ा है। जिस कारण गंगोत्री धाम की यात्रा भी पूर तरह से ठप पड़ी है। हाईवे पर मलबे में कई गाड़ियां भी दबी हैं। इसके अलावा बिजली, पानी आदि सुविधाएं भी ठप पड़ गई है।
खीर गंगा में आया जल सैलाब
जानकारी के अनुसार, धराली के नजदीक श्रीकंठ पर्वत से निकलने वाली खीर गंगा में ऊपरी क्षेत्र में मंगलवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे बादल फटा। बादल फटने से खीर गंगा में आए सैलाब ने धराली बाजार को पलभर में मिट्टी में मिला दिया। पड़ोसी गांव मुखबा के ग्रामीणों ने खीर गंगा में आए सैलाब को प्रत्यक्ष तौर पर देखा और इसकी वीडियो भी बनाई। ग्रामीणों ने नीचे बसे धराली कस्बे वासियों को सीटियों और आवाजें देकर वहां से भागने के लिए सचेत भी किया, लेकिन लोगों को संभलने का मौका ही नहीं मिला। डेढ़ बजे से लेकर करीब तीन बजे तक खीर गंगा का मलबा बहता रहा। अब खीर गंगा सामान्य रूप से बह रही है। करीब पांच मिनट तक आए सैलाब में धराली पूरी तरह नक्शे से साफ हो गया। क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण बादल फटने की घटना का खतरा बना हुआ है। लोगों को अलर्ट मोड पर रहने की अपील की गई है।
प्रधानमंत्री ने प्रभावित लोगों के प्रति व्यक्त की संवेदना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि वह उत्तरकाशी के धराली में अचानक आई बाढ से प्रभावित लोगों की कुशलता के लिए ईर से प्रार्थना कर रहे हैं। उन्होंने प्रभावित लोगों को पूरी मदद का आासन दिया है। मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘मैं उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही, मैं सभी प्रभावित लोगों की कुशलता की कामना करता हूं। मैंने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात की है और स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की है। उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव दल अपने काम में जुट गए हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री धामी से बात की
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करंिसह धामी से बात कर धराली में अचानक आई बाढ़ के बारे में जानकारी ली और प्रभावित लोगों की सहायता के लिए सात बचाव टीम भेजने का आदेश दिया। शाह ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘धराली (उत्तरकाशी) में अचानक आई बाढ के संबंध में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात की और घटना की जानकारी ली। पास में ही तैनात आईटीबीपी की तीन टीम को घटनास्थल पर भेज दिया गया है। उत्तराखंड के मातली में तैनात आईटीबीपी की 12वीं बटालियन से 16 सदस्यीय टीम धराली पहुंच गई है।
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