UP Election 2022: आरएलडी के प्रमुख जयंत चौधरी नहीं करेंगे मतदान, BJP ने किया सवाल

Last Updated 10 Feb 2022 12:35:59 PM IST

राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के प्रमुख जयंत चौधरी बुधवार को उत्तर प्रदेश में पहले चरण के चुनाव में वोट नहीं डालेंगे। जयंत चौधरी मथुरा क्षेत्र के मतदाता हैं। जयंत के वोट नहीं डालने पर भाजपा ने सवाल उठाया है।


जयंत चौधरी (फाइल फोटो)

आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी के अनुसार वह अपनी चुनावी रैली की वजह से वोट डालने नहीं जाएंगे। हालांकि एक तरफ देश व प्रदेश के दिग्गज नेता लोगों से बढ़चढ़ कर मतदान करने के लिए अपील कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ जयंत चौधरी स्वयं ही अपना मतदान नहीं करने का फैसला लिया है।

चौधरी चरण सिंह के परिवार के सबसे मजबूत गढ़ छपरौली के बासौली में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद भाजपा प्रवक्ता चारु प्रज्ञा ने राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो व्यक्ति स्वयं अपना वोट नहीं डाल रहा हो वो दूसरों से वोट कैसे मांग सकता है।

आईएएनएस से बातचीत करते हुए चारु प्रज्ञा ने कहा कि मतदान एक बहुत बड़ा त्योहार है और सबको अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वो स्वयं अपने पैतृक गांव बासौली वोट डालने आई हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हमारी ( भाजपा ) लड़ाई मुख्य तौर पर अखिलेश यादव-जयंत चौधरी गठबंधन से है और जयंत अपना वोट नहीं डाल रहे हैं इससे पता चलता है वो चुनाव को लेकर स्वयं कितना गंभीर है।

छपरौली को राष्ट्रीय लोक दल और चौधरी चरण सिंह के परिवार का गढ़ माना जाता है , क्या इस बार भाजपा इसे जीत पाएगी के सवाल का जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यहां का बच्चा-बच्चा , हर नौजवान अपने आपको चौधरी चरण सिंह का वशंज मानता है क्योंकि चौधरी साहब ने यहां के लिए बहुत काम किया है। उनकी विरासत हम सबके साथ हैं। उनके सपनों को पूरा करने का काम भाजपा ने किया है इसलिए यहां के लोग हमारे साथ है।

उन्होंने दावा किया कि इलाके के लोग, युवा,महिला और किसान सब भाजपा के साथ है क्योंकि योगी सरकार ने सुरक्षा दी है, विकास किया है। आज क्षेत्र की महिलाएं, लड़कियां अपने आपको सुरक्षित महसूस करती है और यह समझने के लिए किसी आंकड़े की जरूरत नहीं है। यह जमीनी सच्चाई है और इसलिए लोग भाजपा के साथ है।

आपको बता दें कि, छपरौली विधानसभा हमेशा से ही रालोद का गढ़ रहा है। देश आजाद होने से पहले 1937 में चौधरी चरण सिंह यहां से पहली बार चुनाव जीते और उसके बाद उनका परिवार और छपरौली एक दूसरे का पर्याय बन गया। चौधरी चरण सिंह यहां से 6 बार विधानसभा का चुनाव जीते। उनकी बेटी सरोज और अजित सिंह भी यहां से विधायक बने। 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में भले ही पूरे उत्तर प्रदेश में भाजपा की आंधी चली हो लेकिन उस आंधी में भी छपरौली से रालोद उम्मीदवार को ही जीत हासिल हुई थी। हालांकि 2017 में रालोद के टिकट पर चुनाव जीतने वाले सहेंद्र सिंह रमाला बाद में भाजपा में शामिल हो गए और इस बार वो भाजपा के ही टिकट पर चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी बी. डी. राम तिवारी के अनुसार सुबह 11 बजे तक मतदान 7.93 फीसदी हुआ रहा। वहीं बुलंदशहर की सात विधानसभा सीटों पर सुबह 11 बजे तक 21.62 फीसदी मतदान हुआ। हापुड़ में 22.8 फीसदी, बागपत में 22 फीसदी, अलीगढ़ में 17 फीसदी मतदान हुआ।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में पहले चरण के 11 जिलों में शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा में वोटिंग होगी।

इन 11 जिलों में पहले फेज की वोटिंग में 58 विधानसभा सीटों पर कुल 623 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। मथुरा और मुजफ्फरनगर दो सीट ऐसी हैं, जहां से सबसे ज्यादा 15-15 प्रत्याशी मैदान में हैं। पहले चरण में मैदान में उतरे 46 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। प्रत्याशियों की औसतन आय 3.72 करोड़ रुपये है। 156 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। पहले चरण में योगी सरकार के 9 मंत्री भी मैदान में हैं।

पहले चरण में जिन 58 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है उनमें नोएडा, दादरी, जेवर, सिकंदराबाद, बुलंदशहर, मेरठ कैंट, मेरठ, मेरठ साउथ, छपरौली, बरौत, बागपत, लोनी, मुरादनगर, साहिबाबाद, गाजियाबाद, मोदीनगर, दौलाना, हापुड़, कैराना, थाना भवन, शामली, बुढ़ाना, छरतावल, पुरकाजी, मुजफ्फरनगर, खतौली, मीरापुर, सिवालखास, सरधना, हस्तिनापुर, किठौर, गढ़मुक्तेश्वर, स्याना, अनूपशहर, देबाई, शिकारपुर, खुर्जा, खैर, बरौली, अतरौली, छर्रा, कोइल, अलीगढ़, इगलास, छाता, मंत, गोवर्धन, मथुरा, बलदेव, एतमादपुर, आगरा कैंट, आगरा साउथ, आगरा नॉर्थ, आगरा रूरल, फतेहपुर सीकरी, फतेहाबाद और बाह विधानसभा सीट शामिल है। वहीं क्षेत्र में कुल मतदाता - 2,27,83,739 है, इसमें पुरुषों की संख्या 1,23, 31,251 जबकि महिलाओं की संख्या 1,04,51,053 वहीं थर्ड जेंडर की कुल संख्या 1,435 हैं। पहले चरण के लिए पोलिंग स्टेशन 10,766 बनाये गए हैं। वहीं कुल 25,849 मतदान केंद्र हैं।

इनमें शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, अलीगढ़, बुलंदशहर, आगरा और मथुरा की जिन 58 सीटों पर पहले चरण में वोट पड़ रहे हैं, उनमें से 53 सीटों पर साल 2017 में बीजेपी ने जीत हासिल की थी। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के खाते में दो-दो सीटें गई थी, जबकि एक पर आरएलडी प्रत्याशी की जीत हुई थी, जो बाद में बीजेपी में शामिल हो गए थे।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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