यूपी में सपा-कांग्रेस गठबंधन से रालोद बाहर, डील फाइनल, घोषणा आज

Last Updated 20 Jan 2017 05:34:25 AM IST

समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन फाइनल हो गया है. इसके तहत समाजवादी पार्टी 303 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी और कांग्रेस 100 सीटें लड़ेगी.


यूपी में सपा-कांग्रेस गठबंधन

चुनाव समझौते की शुक्रवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव घोषणा कर सकते हैं. गठबंधन की बात को सपा के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य किरनमय नंदा ने स्वीकारा है. उन्होंने कहा रालोद के साथ सपा का कोई गठबंधन नहीं होगा.

कांग्रेस के साथ गठबंधन को फाइनल करने के लिए बृहस्पतिवार को दिल्ली में सपा के वरिष्ठ नेता प्रो. रामगोपाल यादव और कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद के साथ बातचीत हुई. इसमें कुछ सीटों को लेकर चल रही ऊहापोह को भी खत्म कर दिया गया है. हालांकि ऐसी सीटों पर सपा या कांग्रेस कौन लड़ेगा, इस बारे में अखिलेश यादव की सूची आने के बाद ही पता चलेगा. मगर इतना तय हो गया है कि कांग्रेस इस गठबंधन में पश्चिमी यूपी में अहम भूमिका रखने वाली रालोद से समझौता टूट गया है.

प्रो. रामगोपाल यादव ने मंगलवार को लखनऊ आकर यहां अखिलेश यादव के साथ लम्बा विचार-मंथन करके बुधवार तक कांग्रेस से समझौता की सीटों को अंतिम रूप दिया. इसके बाद प्रो. यादव बृहस्पतिवार की सुबह ही लखनऊ से दिल्ली पहुंच गये. दिल्ली में उन्होंने कांग्रेस नेताओं के साथ करीब छह घण्टे तक गठबंधन के स्वरूप और सीटों को लेकर चर्चा की.

सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस चाहती थी कि रालोद भी गठबंधन में शामिल हो. मगर रालोद प्रमुख चौ. अजित सिंह 30 सीटों से कम पर समझौते को तैयार नहीं थे, जबकि अखिलेश यादव 20 सीटें ही देना चाहते थे.  इतना ही नहीं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से सीधे कह दिया कि सपा 303 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. शेष 100 सीटें कांग्रेस को देगी. रालोद से समाजवादी पार्टी गठबंधन नहीं करेगी. यदि रालोद को गठबंधन करना है तो कांग्रेस अपने खाते से उसे सीटें दे. यही नहीं अखिलेश यादव ने कांग्रेस नेताओं से कहा, दूसरे छोटे दलों से भी कांग्रेस ही समझौता करे.

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से सिर्फ 100 सीटें दिए जाने के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने भी रालोद को सिर्फ 20 सीटें ही आफर कीं. मगर अजित सिंह तैयार नहीं हुए और समझौते की बात इनसे खत्म हो गयी. हालांकि रालोद नेतृत्व सपा से गठबंधन नहीं होने के पीछे भाजपा का सीबीआई के जरिए समाजवादी पार्टी के एक नेता पर दवाब बनाए जाने का आरोप लगा रहा है.

उधर कांग्रेस अपने स्तर से गठबंधन में पूर्वी यूपी में मुस्लिम वोटों में पैठ रखने वाली पीस पार्टी, पासी समाज पर पकड़ रखने वाली बीएस-4 के साथ भी समझौता करना चाहती है. यदि इन पार्टियों से समझौता होता है तो कांग्रेस को ही अपने खाते से सीटें देनी पड़ेंगी.

सपा के वरिष्ठ नेता किरनमय नंदा ने आज लखनऊ में कहा, पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ कई घण्टे मैराथन बैठक की. इसमें रालोद के साथ गठबंधन नहीं करने का फैसला हुआ. उन्होंने कहा सपा अखिलेश यादव के नेतृत्व में 303 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस के अलावा किसी भी अन्य क्षेत्रीय पार्टी से सपा का गठबंधन नहीं होगा. अगले 24 घण्टे में समझौते का ऐलान हो जाएगा.

समयलाइव डेस्क ब्यूरो


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